अरूण पाराशरी मूलतः बिल्सी जिला बदायूं के रहने वाले हैं. उन्होंने पत्रकारिता के क्षेत्र मे अपनी पारी की शुरुआत 1986 मे अमर उजाला, बरेली से की थी. बाद में उनका स्थानान्तरण कई बार शाहजहांपुर, बरेली, बदायूं भी किया गया. अरूण के माध्यम से कई लोग पत्रकारिता क्षेत्र मे आए और आगे बढ़े. बलराम शर्मा, देवेन्द्र उर्फ देवा, शरद शंख्यवार, संजीव पाठक, अनूप शर्मा आदि पत्रकार अरूण के सानिध्य में आगे बढ़े.
पिछले दिनों राज एक्सप्रेस प्रबंधन ने अपने कर्मियों से एक बांड भरवाया. इसमें राज एक्सप्रेस, भोपाल में कार्यरत न्यूज एडिटर और स्टेट ब्यूरो के रिपोर्टर अरविंद शर्मा ने भरा कि वे राज एक्सप्रेस के साथ आजीवन काम करेंगे. बांड भरे अभी कुछ ही दिन नहीं बीते कि अरविंद के पास दूसरे अखबार से नौकरी का प्रस्ताव आ गया और उन्होंने तपाक से हां कह दिया. नतीजा यह कि ता-उम्र साथ निभाने का वादा करने वाले अरविंद कुछ ही दिनों बाद राज को अपना इस्तीफा भेज बैठे. अब वे किस मुंह से कहें कि किसी दूसरे अखबार को ज्वाइन करने जा रहे हैं. तो, इस्तीफे में लिखा कि पारिवारिक कारणों से वे रांची जाना चाहते हैं, इसलिए वे इस्तीफा दे रहे हैं. नोटिस पीरियड का दो-चार हफ्ते का वक्त बीत जाने के बाद जब अरविंद रिलीव होंगे तो किसी अन्य अखबार में काम करते मिलेंगे. अरविंद पंजाब, महाराष्ट्र, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली के कई शहरों में कई अखबारों में कई पदों पर काम कर चुके हैं. वे एक बार फिर चलायमान हो चुके हैं.
दैनिक भास्कर, पानीपत में इस्तीफे का दौर थम नहीं रहा है. नागार्जुन के बाद जितेंद्र और पवन ने भी इस्तीफा दे दिया. जितेंद्र सिंह स्पोर्ट्स पेज देखते थे और पवन वर्मा बतौर हरियाणा कोआर्डिनेटर काम कर रहे थे. बताया जाता है कि दो-तीन लोग और भी इस्तीफा देने को तैयार बैठे हैं. इन्हें रोकने की कोशिश की जा रही है. साथ ही, जो लोग अवकाश पर हैं, उन्हें वापस बुलाया जा रहा है. बताया जाता है कि सेलरी समेत कई विसंगतियों के कारण लोगों में आक्रोश है.
anil kr saxena
April 17, 2010 at 1:55 pm
Agar Arun ji raj regin kar dusere akhabar main ja rahe hain to galat nahin hain. vaise bhe prabahandan BOND bharwane ke baaad nikal de to kiya kanange.
anil saxena
hindustan times.
naveen
April 17, 2010 at 5:18 pm
jo vyakti spellings upyog sahi na kr pay wo kisi k bhavishya k baare main ya media k baare main sahi ya upyukt salah kya de sakta hai , media ka matlab kya hai sahi ko justice dilana , jab aap khud sahi nhin ho to kya justice dilaoge, Mr anil kr aap apni spelling pehle sahi kre fir sahi aur galat ki guhaar lagaye.
Jgdish shrivastav
April 17, 2010 at 7:10 pm
…तो क्या बांड भरकर आजीवन बंधुआगीरी की जाए। पत्रकारिता के नाम पर अच्छी नसीहत है।
govind
April 18, 2010 at 3:55 pm
[b]naveen ji [/b]aap kis spelling ke baat kar rahen hain. NAME (naam) ke to
1. [b]anil[/b] ….. [b]aneel [/b] bhee likha jata hai
2. [b]kumar[/b] ……[b] kr[/b] short main likha jata hai, aagar aap english media se sambadh rakhene valooon se pata karenge to maloom cahlega…
3. [b]saxena[/b] … [b]saksena[/b] Bhee likha jata hai. KAYASHATHA samaj se poooch skate hain.
jai chatriya….
baaki aaapke COMMENT ke baad
anil
April 18, 2010 at 4:53 pm
Ufaq se koi awaaz aayi,
Tere desh men badi tabdeeli aayi,
Vishya (Subject) se bhatke hum arun ji
Aab charcha hone lagi anil ke bhai.
shadhuvad – naveen ji, govind ji
naveen
April 18, 2010 at 6:59 pm
bhai mere main to resign ki spelling ki baat kr raha tha, aap to pata nhin baat ko kahan se kahan le gaye.
DINESH
April 19, 2010 at 3:14 pm
Kripaya Bura na mane Naveen Bhai Kisi ko Naseehat dene se pehle Khud ke spelling mistake Bhi Dekh len. Dusroon par Cheentakashi se behtar hai ki Aap Khud men sudhar layen. Thanks
Dinesh