भाई यशवंत जी, इस बार निशिकांत जी की तरफ से कोई संजय जी आये हैं. माफ़ कीजियेगा नाम से मुझे इनका परिचय ध्यान में नहीं आ रहा है. इन्होंने मुझे सलाह देते हुए निशिकांत जी को देवता दिखाने की प्रायोजित कोशिश की है या निशिकांत जी के पक्ष से तलवार भांजकर कुछ मेवा पाना चाह रहे होंगे. सबसे पहली बात कि मैंने इससे पहले निशिकांत जी के परिवार के लोगों के जागरण में काबिज होने की बात कही थी. मैंने सीधे सीधे परिचय के साथ नाम लिखा है कि कौन कहाँ किस हैसियत में काम कर रहा है. इस पर कोई जवाब भाई संजय ने क्यों नहीं दिया? मुझे इसी मंच पर इनके जवाब का इंतजार रहेगा. जिन लोगों ने नामर्दी ओढ़ रखी हो वे सिर्फ अपना नंबर बढ़ाने के लिए अनर्गल बात ही करेंगे. मुझे संजय बाबू से थोड़े पुरुषार्थ की अपेक्षा है.
मेरे बारे में बिना सर पैर की बात कही गयी है, उसका क्या जवाब दूं? कमर के नीचे वार क्यों करते है संजय भाई? मैंने जो मुद्दा उठाया है, उसका कुछ जवाब हो तो देने का साहस कीजिये, ये पत्रकारिता के हित में होगा. मुझे नसीहत देते हुए आपने भाषा की मर्यादा खो दी… आप लिखते है- उनमे से कुछ ही गधे निकले- खैर ….आपने चर्चा बढ़ाई है तो दो कदम और चलता हूं. आखिर बिना सर पैर की बातों से आप लोग साबित क्या करना चाहते है? ध्यान रहे कि मुझे आपके जवाब का इंतजार रहेगा. क्या आपकी जानकारी में है कि निशिकांत जी के साले का साला भी पत्रकार है? क्या आपको पता है कि उनके भांजे का भांजा भी जागरण में ही नौकरी करता है? अब ये मत कहियेगा कि ये लोग ही देश के समर्थवान लोगों में से हैं. ऋषि झा नाम के सज्जन सोनीपत में फिलहाल रिपोर्टर हैं. ये निशिकांत जी के साले कविलाश मिश्र के साले हैं. इसी तरह धर्मशाला में अकाउन्ट्स के इंचार्ज प्रवीण मिश्र निशिकांत जी के भांजे कैलाश नाथ के भांजे हैं. कैलाश का एक साला जालंधर में ही फोटोग्राफर भी है. आप लोग लाठी लेकर इन हरकतों के पक्ष में खड़े होकर आखिर क्या साबित करना चाहते है? मैं अपने पक्ष की सारी बातें लिख चुका हूं. मीनाक्षी पर भी मेरी टिप्पणी लग चुकी है. संजय भाई, अपना परिचय भी दें तो अच्छा लगेगा.
धन्यवाद
–ऋषि नागर
Editor, Day Night News
Surrey, British Columbia, Canada.
Mail : [email protected]
kuldeep
April 6, 2010 at 5:33 pm
Rishi ji
I salute u
Sanjay jaise chhote logon ke muh mat lago
Susheel Khanna ki bhi kai majburian hain
Kuldeep