नाम कमाने के साथ अब लिम्का बुक आफ रिकार्ड्स में भी दर्ज : ‘सन्नाटे को चीरती सनसनी सन्न कर देती है इन्सान को…. मुजरिम को खबरदार करना हमारा फर्ज…. जुर्म से महफूज रहना आपका हक…. देखिए सनसनी…. रात ग्यारह बजे…स्टार न्यूज पर…’ रोजाना ये डायलाग बोल कर देश की जनता से लव एंड हेट का रिश्ता बनाने वाले पत्रकार, एंकर और रंगकर्मी श्रीवर्द्धन त्रिवेदी अब लिम्का बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो चुके हैं। श्रीवर्धन को बतौर एंकर सबसे लंबे समय तक बिना ब्रेक के ‘सनसनी’ शो करने के लिए रिकॉर्ड बुक के पन्नों पर दर्ज किया गया है। श्रीवर्द्धन ने सागर विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक्स में एमएससी किया। पीएचडी के लिए रजिस्ट्रेशन भी करा लिया था।
पर शोध कार्य करने में मन नहीं लगा। लेक्चरर भी बन गए पर सिर्फ पढ़ाने का कार्य करने में दिल नहीं जमा। तभी उनका लेफ्टिनेंट के लिए सेलेक्शन हो गया और ठीक इसी समय नेशनल स्कूल आफ ड्रामा के लिए भी चुन लिए गए। त्रिवेदी के मुताबिक, मैंने फैसला जय-वीरू की स्टाइल में सिक्का उछाल कर किया। तीन बार सिक्का उछाला और तीनों बार एनएसडी पर मुहर लगी तो मैंने एनएसडी की ओर पैर बढ़ा दिया। श्रीवर्द्धन कहते हैं कि बचपन से ही अभिनेता के जिस कीड़े ने काटा था। उसी को करियर बनाने का फैसला कर लिया। कई बार लगा कि डिसीजन गलत हो गया लेकिन मैं लगा रहा। मुझे ‘सनसनी’ के लिए मौका मिला तो मुझे नहीं पता था कि यह इतिहास बनने जा रहा है। यह कार्यक्रम इतना लंबा चलेगा, मुझे उम्मीद न थी। मेरे गुरु पंडित देव प्रभाकर जी शास्त्री, जिन्हें हम सभी आशुतोष राणा, राजपाल यादव आदि प्यार से दत्ता जी बोलते हैं, का स्नेह है जिसके कारण आज मैं इस जगह पर पहुंचा हूं। मेरा मानना है कि जो भी काम मिले, उसमें आप अपना 200 प्रतिशत दीजिए। फिर चमत्कार तो होगा ही।
त्रिवेदी ने बताया कि उन्होंने सनसनी के चलते बिग बास का आफर ठुकरा दिया क्योंकि बिग बास में तीन महीने तक एक घर में कैद रहना था और मैं सनसनी तीन दिन के लिए भी नहीं छोड़ सकने की स्थिति में हूं। इस लंबे समय में कई ऐसे मौरे आए जब मुझे दिल्ली से बाहर रहना पड़ा। खास तौर पर जब पुश्तैनी घर में लगी आग और माताजी की गंभीर बीमारी जैसे बुरे समय में भी जबलपुर में वैकल्पिक व्यवस्था के ज़रिए सनसनी की शूटिंग जारी रखी।
उल्लेखनीय है कि 22 नवंबर 2004 को ‘सनसनी’ की शुरुआत हुई थी और तब से लेकर आज तक इसके रेग्यूलर एपिसोड्स श्रीवर्धन त्रिवेदी ने ही किए। शुरुआती एक साल तक हफ्ते में पांच दिनों तक आने वाले इस शो को साल 2005 से पूरे हफ्ते प्रसारित करने का निर्णय लिया गया। इस कार्यक्रम की लोकप्रियता का आलम ये रहा कि त्रिवेदी के इस किरदार को कई फिल्मों मे नकल किया गया। कॉमेडी शो में उनकी मिमिक्री की जाती रही। कई टीवी धारावाहिकों में भी इस किरदार की नकल की गई। बातचीत में श्रीवर्द्धन त्रिवेदी कहते हैं, मेरा फलसफा है- यू मे लव मी, यू मे हेट मी, बट यू कैन नाट इगनोर मी।
नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा से पास आउट त्रिवेदी ने करियर के शुरुआती दौर में कुछ फ़िल्मों और विज्ञापनों में भी काम किया लेकिन उन्हे पहचान मिली उनके लंबे बालों, बढ़ी दाढ़ी और दमदार आवाज़ के सनसनी में इस्तेमाल के बाद। फ़िलहाल श्रीवर्धन त्रिवेदी सनसनी के अलावा सक्रिय रूप से थियेटर से जुड़े हुए हैं और ख़ास तौर पर ग़रीब तबक़े के बच्चों के थियेटर के लिए एक एनजीओ के साथ जुड़कर काम कर रहे हैं। उनके ग्रुप के कई बच्चे विशाल भारद्वाज की फिल्मों ओंकारा और ब्लू अंब्रेला में अपने अभिनय का लोहा मनवा चुके हैं।
श्रीवर्द्धन को आप अगर विश करना चाहते हैं तो उन तक [email protected] के जरिए पहुंच सकते हैं।