भाई यशवन्त जी, आपके मीडिया पोर्टल पर दैनिक जागरण नोएडा के वरिष्ठ पत्रकार विष्णु प्रकाश त्रिपाठी के बारे में किन्ही क्षत्रिय और बिहार क्षेत्र के निवासी पत्रकार का बेनामी पत्र पढ़ा। पत्र लेखक ने विष्णु त्रिपाठी पर आरोप लगाया है कि वे अपने क्षत्रिय सहयोगियों को अपमानित करते हैं तथा उन्हें संस्थान छोड़ने पर मजबूर कर रहे हैं। किसी वरिष्ठ पत्रकार पर जातिवाद और क्षेत्रवाद का आरोप लगाना नितांत अनुचित है। वह भी ऐसे पत्रकार पर जिसका लगभग 25 साल से अधिक का पत्रकारिता का कैरियर बेदाग रहा हो। मैं उन्हें व्यक्तिगत तौर पर जानता हूं। उनके कामकाज और दक्षता से भी भलीभांति परिचित हूं। नोएडा के पहले लखनऊ संस्खरण में उनके कामकाज, व्यवसायिक छवि और प्रतिष्ठा से परिचित हूं। जब वे बरेली में जागरण का संस्करण निकालने गए थे, तब का दौर भी पता है। तब से अभी तक, मैंने कभी किसी लखनऊ या बरेली के पत्रकार को यह कहते नहीं सुना कि विष्णु जी जातिवादी या क्षेत्रवादी हैं।
हो सकता है जिन पत्रकारों को संस्थान छोड़ना पड़ा हो, उनके कामकाज से प्रबंधन को शिकायत रही हो, या उन पत्रकार महोदय का व्यवहार और सोच क्षेत्रवादी हो, अन्यथा पत्र लेखक अपना नाम लिखकर सामने जरूर आते। मैं भाई यशवन्त जी से अनुरोध करना चाहता हूं पत्रकारिता को जातिवाद या क्षेत्रवाद में बांटकर दरार पैदा करने वालों को निरुत्साहित करें, उन्हें प्रोत्साहन से न तो पत्रकारिता का भला होगा और न ही उन पत्रकारों का जो किसी पर आरोप लगाकर दूसरे संस्थान में जाकर भविष्य तलाशेंगे। इसके अलावा आपका पोर्टल इस समय मीडिया गतिविधियों का एकमात्र मंच है। इस पर देश भर के पत्रकारों और गैर पत्रकार प्रेस कर्मचारियों की नजर रहती है। इसकी विश्वसनीयता को हल्के आरोपों से ठेस न लगने दं। पत्रकारों से सम्बन्धित शिकायतों और आरोपों को भी खबरों की तरह ही जांच परख लें।
सर्वेश कुमार सिंह
लखनऊ