लिट्टे से अपने रिश्तों के चलते श्रीलंका में 20 साल की सजा पाने वाले तमिल पत्रकार जे.एस. तिस्सैनयगम को दो प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों के लिए चुना गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा भी तिस्सैनयगम का मामला उठा चुके हैं। ग्लोबल मीडिया फोरम और रिपोर्टर्स विदआउट बोर्डर्स की अमेरिकी शाखा ने पीटर मैकलर अवार्ड फॉर करेजियस एंड इथीकल जर्नलिज्म के पहले विजेता के रूप में जयप्रकाश सित्तापालम तिस्सैनयगम के नाम की घोषणा की।
स्थानीय अखबार संडे टाइम्स के लिए काम करने वाले तिस्सैनयगम देश की तमिल आबादी को केंद्र में रखकर एक वेबसाइट भी चला रहे थे। कोलंबो हाईकोर्ट के एक अधिकारी ने बताया कि तिस्सैनयगम को आतंकवाद को समर्थन करने के लिए और जातीय घृणा फैलाने का दोषी पाया गया है। रिपोर्टर्स विदआउट बोर्डर्स के महासचिव जीन-फ्रैं कोइस जूलियर्ड ने कहा, हम तिस्सैनयगम को सम्मानित करके खुश हैं। साभार : हिंदुस्तान