दो बड़ी पार्टियों से जुड़े रहे दो बड़े पत्रकारों ने इनसे अपना-अपना नाता तोड़ लिया है। ब्लिट्ज समेत कई अखबारों में वरिष्ठ पदों पर काम कर चुके वरिष्ठ पत्रकार और स्तंभकार सुधींद्र कुलकर्णी ने फिलहाल भाजपा से इस्तीफा देने का ऐलान किया है। वे लालकृष्ण आडवाणी के राजनीतिक सलाहकार थे और अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्रित्व काल में वाजपेयी के काफी नजदीकी लोगों में शुमार किए जाते थे। बीते लोकसभा चुनाव में भाजपा का चुनाव संचालन सुधींद्र ने ही किया था। सुधींद्र का कहना है कि उन्हें लगता है कि वे भाजपा के लिए कोई खास योगदान नहीं दे पा रहे हैं, इसलिए पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उधर, भाजपा के नेताओं का कहना है कि सुधींद्र भाजपा के कभी मेंबर थे ही नहीं इसलिए उनके इस्तीफे के कोई मायने नहीं है।
माना यह जा रहा है कि 53 वर्षीय सुधींद्र लोकसभा चुनाव में भाजपा की हार और संघ की नापसंद होने के कारण भाजपा से अलग होने को मजबूर हुए हैं। वे भाजपा से करीब 12 वर्षों से जुड़े हुए थे। पिछले दिनों भाजपा से जसवंत सिंह को निकाले जाने का सुधींद्र ने विरोध किया था, इस वजह से भी वे संघ के निशाने पर आ गए थे।
उधर, कांग्रेस के करीबी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के प्रेस सलाहकार रह चुके संजय बारू ने राजनीति को बाय बोलकर फिर से पत्रकारिता में लौटने का ऐलान कर दिया है। वे नई पारी बिजनेस स्टैंडर्ड अखबार के सलाहकार संपादक के रूप में शुरू करने वाले हैं। बारू चुनाव से पहले पीएम के प्रेस सलाहकार पद से इस्तीफा देकर सिंगापुर के एक विश्वविद्यालय में पढ़ाने चले गए थे। बताया जा रहा है कि वे अक्टूबर में बिजनेस स्टैंडर्ड ज्वाइन करेंगे। संजय बारू देश के जाने माने आर्थिक पत्रकार हैं और फाइनेंसियल एक्सप्रेस, इकोनामिक टाइम्स और टाइम्स आफ इंडिया जैसे अखबारों को अपनी सेवाएं दे चुके हैं। बिजनेस स्टैंडर्ड में बारू टीएन नैनन की जगह लेंगे जो अभी तक एडिटर के रूप में काम देख रहे हैं। नैनन एडिटोरियल डायरेक्टर और चेयरमैन के रूप में बीएस के कामधाम को देखते रहेंगे। बारू नैनन को ही रिपोर्ट करेंगे।