अशोक गहलोत ने किया दैनिक ‘लोकदशा’ का लोकार्पण

लोकदशामुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि व्यक्ति को जीवन में कामयाब होने के लिये विश्वसनीयता बनाये रखना जरूरी है। बगैर साख के किसी भी व्यक्ति, संस्था या समाचार पत्र को कामयाबी नहीं मिल सकती। गहलोत शनिवार को जनपथ स्थित अशोक क्लब में दैनिक समाचार पत्र ‘लोकदशा’ के शुभारम्भ अवसर पर उपस्थित लोगों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने ‘लोकदशा’ के पाक्षिक से दैनिक समाचार पत्र के रूप में शुरुआत के लिये पत्र के सम्पादक शिवचरण माली को बधाई दी।

मुख्यमंत्री ने संपादक को लताड़ा

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जितने सरल स्वभाव वाले जाने जाते हैं, उतने ही कड़क भी हैं! इसका उदाहरण उस समय देखने को मिला जब उन्‍होंने एक संपादक की जमकर क्‍लास ले ली। पिछले दिनों जोधपुर में डॉक्टरों ने हड़ताल कर दी थी। प्रशासन इस हड़ताल को रोकने में पूरी तरह से असफल साबित हुआ था। मुख्‍यमंत्री हड़ताल को समाप्‍त कर डाक्‍टरों से काम पर वापस लौटने की अपील की थी।

अशोक गहलोत ने की थी एक पत्रकार की सिफारिश!

सिफारिश के जरिए डीडी न्यूज व प्रसार भारती में नियुक्ति का मामला कोई नया नहीं है. पहले भी मंत्रियों-नेताओं की सिफारिश पर कई लोगों की नियुक्तियां हुई हैं. भड़ास4मीडिया के एक पाठक ने ऐसा ही एक प्रमाण भेजा है. यह पत्र तत्कालीन कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत ने एक पत्रकार की डीडी न्यूज में नियुक्ति के संबंध में लिखा है. पत्र में उन्होंने सूचित किया है कि पत्रकार की सिफारिश केंद्रीय मंत्री से कर दी गई है. जिस देश में जुगाड़ व सिफारिश से ही ज्यादातर काम होते हों, वहां कोई किस तरह नियम-कानून के राज की कल्पना कर सकता है. सिफारिशी पत्र पढ़ें-