मोदी का कार्टून बनाने वाले से चिढ़े भाजपाई, जेल भिजवाया

: मोदी पर कार्टून बनाना महंगा पड़ा युवा कार्टूनिस्ट को : इंदौर। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर कार्टून बनाना एक लोकल कार्टूनिस्ट के लिए सचमुच महंगा साबित हुआ। उसके खिलाफ न सिर्फ सांप्रदायिक तनाव फैलाने का मामला दर्ज हुआ बल्कि उसे गिरफ्तार भी होना पड़ा। बुधवार को उसे जमानत पर छोड़ा गया, लेकिन उसके बाद भी उसे छिप कर रहना पड़ रहा है।

वर्ल्ड कप क्रिकेट के साइड इफेक्ट : दो कार्टूनिस्टों की नजर में

कार्टून हजार-लाख शब्द लिखे से ज्यादा प्रभावशाली होते हैं. तुरंत पूरी कहानी कह देते हैं और दर्शक-पाठक के अंदर तक संदेश लेकर घुस जाते हैं. आज वर्ल्ड कप को लेकर दो कार्टून ऐसे हैं जिससे बहुत कुछ पता चलता है. कार्टूनिस्ट पंकज ने तो अदभुत बनाया है. उनकी क्रिएटिविटी को सलाम. वर्ल्ड कप क्रिकेट के बुखार में किस तरह दो देश बैट-बल्ला में तब्दील हो गए हैं, और कैसे इन देशों की जनता भी सब कुछ भूलकर, सुध-बुध खोकर ट्राफी के पीछे पगला गई है, इसे पंकज ने बड़े अच्छे से अपने कार्टून के जरिए जाहिर किया है.

मौजूदा दौर का कार्टूनिस्ट महज ग्राफिक्स डिजायनर या इलस्ट्रेटर बन कर रह जाता है : सुधीर तैलंग

तैलंग: कम हो गई है कार्टून की धार : मशहूर कार्टूनिस्ट सुधीर तैलंग की नजर में कार्टूनों में आज विचारों की कमी होती जा रही है,जिससे इसमें अब वह बौद्धिक पैनापन नहीं दिखता जो पहले की तरह सटीक बिंदू पर सीधा प्रहार कर सके। तैलंग की राय में पत्रकारों और नेताओं के गठजोड़ से मीडिया की धार कुंद हो गई है, जिसका नतीजा यह हो रहा है कि मौजूदा दौर का कार्टूनिस्ट महज ग्राफिक्स डिजायनर या इलस्ट्रेटर बन कर रह जाता है।