हो सके तो अपने सीने में छुपा लो मेरे आंसू

[caption id="attachment_17486" align="alignleft" width="99"]स्व. प्रदीपस्व. प्रदीप[/caption]प्रदीप के हाथों लिखी उनकी दो कविताएं : कब कौन चला जाए इस दुनिया से, क्या पता. किसी के चले जाने से हम आप कुछ पल के ग़म-सदमे के बाद नार्मल हो जाते हैं पर उनके दिल से पूछिए जिनके जिगर का टुकड़ा, सिर का साया, परिवार का मुखिया अचानक गुजर जाता है. प्रदीप के पैतृक आवास पर माता-पिता के चार धाम की यात्रा सकुशल संपन्न करने के बाद 20 मई से अखंड हरिकीर्तन चल रहा था जिसकी आज पूर्णाहुति होनी थी. प्रदीप इसी निमित्त कुछ सामान ले जा रहे थे और यह हादसा हो गया. किसी ने कल्पना भी न की होगी कि चार धाम की यात्रा के अंत के दिन यह सब हो जाएगा.

सहारा के डीएनई की सड़क हादसे में मौत

अपडेटेड खबर : जनरल डेस्क के इंचार्ज थे प्रदीप श्रीवास्तव : घर में चल रहे अखंड हरिकीर्तन के आखिरी दिन भोजन की व्यवस्था हेतु सामान खरीद कर लौट रहे थे प्रदीप : अभी-अभी सूचना आई है कि राष्ट्रीय सहारा, गोरखपुर में कार्यरत डिप्टी न्यूज एडिटर प्रदीप श्रीवास्तव की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई है. प्रदीप कार चला रहे थे और एक ट्रक की कार से टक्कर हो गई. प्रदीप के साथ कार में बैठे उनके बहनोई की भी मौत हो गई.