आमिर ने सचिन की चौदह साल की बेटी को एडल्ट फिल्म क्यों दिखाई?

यशवंत जी, गत माह  छह तारीख को मैं यू ही नेट पे समय खोटा कर रहा था. मैंने एक खबर पढ़ी कि सिने अभिनेता आमिर खान ने क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर के परिवार के लिए अपनी बहुचर्चित मूवी ‘डेल्ही बेली’ की ख़ास स्क्रीनिंग रखी थी. खबर दो वेब-पेजों पे थी. लिंक नीचे मेल मैं है, आप चाहें तो देखें. पेज अभी भी हैं. चूंकि सचिन इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज हारने में व्यस्त थे, अतः उनकी पत्नी और पुत्री ने उस ख़ास स्क्रीनिंग में शिरकत की.

हिंदी विवि में फिरोज अब्‍बास खान ने किया त्रिदिवसीय फिल्‍म समारोह का उद्घाटन

: फिल्‍मोत्‍सव में कई फिल्‍मी हस्तियां थीं मौजूद, गांधी माई फादर रही उद्घाटन फिल्‍म : वर्धा, 06 सितम्‍बर, 2011; महात्‍मा गांधी अंतरराष्‍ट्रीय हिंदी विश्‍वविद्यालय, वर्धा में पहली बार आयोजित त्रिदिवसीय (6-8 सितम्‍बर, 2011) महात्‍मा गांधी अंतरराष्‍ट्रीय फिल्‍म समारोह का उद्घाटन कई फिल्‍मी हस्तियों की मौजूदगी में सुप्रसिद्ध फिल्‍म निर्देशक फिरोज अब्‍बास खान ने किया। फिरोज अब्‍बास खान की फिल्‍म गांधी माई फादर उद्घाटन फिल्‍म रही।

चिल्लर पार्टी : पैसा हजम कहानी खतम बोलो लड़कों सीताराम…

: बहुत दिन बाद बाबा ने सुनाई बच्चों वाली एक प्यारी-सी कहानी : बाबा बहुत पहले गुजर गए मेरे. शायद कक्षा दस में पढ़ता था. व्रत वाले एक दिन वे पड़ोस के गांव में जा रहे थे कि उसी पड़ोस वाले गांव में अपने एक अनन्य मित्र के घर के दरवाजे पर हार्ट अटैक के कारण गिरे और चले गए. देर रात हम लोग गाजीपुर शहर से गांव लौटे थे. उनका शरीर उसी नीम के पेड़ के नीचे जमीन पर ढककर लिटाया गया था जहां मैं बाबा के साथ उनकी चारपाई पर सोता था.

फेसबुक के बाद अब विकीलीक्स संस्थापक पर बनेगी फिल्म

: जुरासिक पार्क बनाने वाले स्पीलबर्ग ने असांजे पर लिखी गई दो किताबों के अधिकार खरीदे :   ये नए दौर के नायक हैं. ये नाटक कम करते हैं, काम ज्यादा. ये सिद्धांत कम बतियाते हैं, कर गुजरने में ज्यादा यकीन रखते हैं. ये नेता की तलाश में नहीं रहते बल्कि खुद लगातार अपनी मंजिल की तरफ चलते जाते हैं और अचानक पाते हैं कि वे ही नेता मान लिए गए हैं. ऐसे लोगों पर फिल्में बनने की परंपरा पुरानी है. अभी हाल में ही फेसबुक के संस्थापक पर फिल्म बनी और काफी चर्चित हुई.

महुआ छोड़ मायानगरी पहुंचे महमूद

महोदय, मैं पांच साल से अपनी एक भोजपुरी फिल्‍म की स्‍टोरी पर काम कर रहा था, जब मेरी स्‍टोरी पूरी हो गई तब मैं अपनी फिल्‍म का कांसेप्‍ट लेकर एमडीवी मोशन पिक्‍चर के प्रोड्यूसर प्रवीण कुमार के पास गया. उन्‍होंने मेरी स्‍टोरी सुनी और मेरी 35 एमएम की भोजपुरी फिल्‍म पर पैसा लगाने के लिए तैयार हो गए.

विश्‍व सिनेमा में स्त्रियों का नया अवतार

[caption id="attachment_18656" align="alignleft" width="179"]ईरानी फिल्‍म  - 'इराक, इवनिंग ऑफ द टेंथ डे' का एक दृश्‍यईरानी फिल्‍म – ‘इराक, इवनिंग ऑफ द टेंथ डे’ का एक दृश्‍य[/caption]पणजी, गोवा : भारत के 41वें अंतरराष्‍ट्रीय फिल्‍म समारोह में विश्‍व सिनेमा खंड में दिखाई जा रही अधिकतर फिल्‍मों में स्त्रियों का नया अवतार चकित कर देने वाला है। यह संयोग नहीं है कि ईरान, जापान और चीन से लेकर स्‍वीडन, पौलेंड, फ्रांस और जर्मनी तक की फिल्‍मों में हमें जो स्त्रियां दिखाई दे रही हैं, उनके सामने निजी सुखों से अधिक सामाजिक अस्मिता की चुनौती ज्‍यादा है।

मैं इतनी खुश हूं कि मेरे पैर जमीन पर नहीं हैं

[caption id="attachment_18620" align="alignleft" width="94"]अजित रायअजित राय[/caption]: पूरब और पश्चिम की संस्‍कृतियों का संवाद है ‘वेस्‍ट इज वेस्‍ट’ :  पणजी, गोवा : भारत के 41वें अंतरराष्‍ट्रीय फिल्‍म समारोह की उद्घाटन फिल्‍म ‘वेस्‍ट इज वेस्‍ट’ इस समारोह की सर्वश्रेष्‍ठ फिल्‍मों में से एक है। यह फिल्‍म करीब एक दशक पहले बनी ‘ईस्‍ट इज ईस्‍ट’ का दूसरा भाग है, जिसने दुनिया भर में करीब 160 करोड़ रुपये का कारोबार किया था। यह फिल्‍म भारत के सु‍प्रसिद्ध अभिनेता ओमपुरी को विश्‍व के महान अभिनेताओं की पंक्ति में ला खड़ा करती है। ब्रिटिश फिल्‍म की निर्माता लैस्‍ली एडविन ने बताया कि लगभग 18 करोड़ रुपये की लागत वाली यह फिल्‍म ब्रिटेन और भारत में अगले वर्ष 25 फरवरी को एक साथ रिलीज की जाएगी। इसमें मुख्‍य भूमिकाएं ब्रिटिश कलाकारों के साथ ओमपुरी, इला अरुण, विजयराज, राज भंसाली आदि भारतीय कलाकारों ने निभाई है। उन्‍होंने कहा कि वे इस श्रंखला की तीसरी फिल्‍म ‘ईस्‍ट इज वेस्‍ट’ की पटकथा पर तेजी से काम कर रही हैं।

पायरेसी रोकने के लिए निफ्टडा का गठन

उत्तर भारत में फिल्म व टीवी इंडस्ट्री के विकास और पायरेसी को रोकने के लिए ‘नॉर्थ इन्डियन फिल्म एवं टेलीविजन डवलपमेंन्ट एसोसिएन’ (NIFTDA/ निफ्टडा) का गठन किया गया है, जिसका उद्देश्‍य पायरेसी रोकना और बॉलीवुड की तरह उत्तर भारत में एक स्वच्छ एवं सुन्दर छवि वाली फिल्म व टीवी इंडस्ट्री स्थापित करना है। ऐसा नही है कि रजिस्टर्ड लोगों के खिलाफ कोई कार्यवाही नही होगी, अगर वह लोग भी कोई गलत कार्य करतें हैं तो उनके खिलाफ भी कानूनी एवं प्रशासनिक कार्यवाही की जायेगी।

तो क्या सलमान खान – अरबाज खान चोर हैं?

: ताराबानों का गाया गाना चुराने का आरोप : ‘दबंग’ का चर्चित गाना भोजपुरी लोकगीत की नकल : ताराबानो को मदद की मांग की मनोज तिवारी ने : ‘मुन्नी बदनाम हुई…’ पर शुरू हुआ विवाद : मुंबई । हालीवुड की फिल्मों से कहानिया चुराने के लिए बदनाम बालीवुड यानि हिंदी फिल्म इंडस्ट्री पर दूसरों के बनाए गीत-संगीत पर भी हाथ साफ करने के आरोप लगते रहे हैं. चोरी करने वाले फिल्मों के निर्माता गीत के मूल रचनाकार को उसकी क्रेडिट भी देने को तैयार नहीं होते.