साहित्य राजेंद्र यादव का हांफना और निशंक की रचना छापना हिंदी पट्टी के लोगों में उद्यमिता के लक्षण कहीं दूर दूर तक नहीं होते. सिपाही से लेकर कलेक्टर तक बनने की हसरत लिए बच्चे... bhadas4media.comAugust 3, 2011
इंटरव्यू कभी पिकनिक मनाने गए और कोई गरीब दिखा, उस पर कहानी दे मारी : राजेंद्र यादव : नई सदी कविता से मुक्ति का दौर है : वह हिंदी साहित्य में एक लंबा रास्ता तय कर चुके हैं। नई कहानी के... bhadas4media.comJuly 31, 2011
साहित्य ‘हंस’ जिंदा है तो सिर्फ राजेंद्र यादव की जिजीविषा से : पच्चीस साल का हंस और जीवट के राजेंद्र यादव : हिंदी में जब सांस्कृतिक पत्रिकाओं की मौत हो रही थी, धर्मयुग और साप्ताहिक... bhadas4media.comJuly 31, 2011
सम्मान सम्मान समारोह कल, यूएनआई चुनाव 4 को [caption id="attachment_15381" align="alignleft"]मैत्रेयी पुष्पा[/caption]मैत्रेयी को 'सुधा साहित्य सम्मान' : हंसाक्षर ट्रस्ट और गालिब इंस्टीच्यूट, दिल्ली की ओर से प्रेमचंद जयंती पर 31 जुलाई को... bhadas4media.comJuly 30, 2009