जागरण वालों को मिलेंगे 225 करोड़

ब्रिटेन के इंडिपेंडेंट ने साथ छोड़ा तो अमेरिका के ब्लैकस्टोन ने दामन थामा : जिसके दिन अच्छे हों तो उसे हर तरफ से लाभ ही लाभ मिलता है. देश के 11 राज्यों में 37 संस्करण और 200 से अधिक उप संस्करण प्रकाशित करने वाले दैनिक जागरण  समूह का भी यही हाल है. देश का यह नंबर वन अखबार समूह ब्रिटेन के अंग्रेजी दैनिक इंडिपेंडेंट के नाता तोड़ लेने के बाद नए विदेशी पार्टनर को तलाशने में कामयाब हो गया है. जागरण प्रकाशन लिमिटेड को जो नया पार्टनर मिला है, वह अमेरिका का है.