हृदयेश दीक्षित को लीगल नोटिस भेजूंगा, भड़ास भी खबर हटाए : मनोज मनु

सहारा समय टीवी में कार्यरत मनोज मनु ने अपने बारे में भोपाल के अखबार प्रदेश टुडे में प्रकाशित खबर पर कड़ी आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा है कि सहारा से निकाले गए हृदयेश दीक्षित, जो इस अखबार के संपादक व मालिक हैं, जानबूझ कर उनकी छवि खराब कर रहे हैं. साथ ही, बिना तथ्यों की पड़ताल किए, बिना पीड़ित पक्ष का वर्जन लिए, कुछ भी प्रकाशित कर दे रहे हैं, यह सरासर गलत है.

क्या इस पत्र को मनोज मनु की तारीफ समझी जाए या आलोचना?

सहारा समय मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ के हेड और एंकर मनोज मनु को मध्य प्रदेश सरकार की तरफ से एक सर्टिफिकेट दिया गया है. यह सर्टिफिकेट किसी और विभाग ने नहीं बल्कि जनसंपर्क विभाग ने जारी किया है. इसमें मनोज मनु की तारीफ की गई है और कहा गया है कि उनके आने के बाद सहारा समय में काफी कुछ ठीक हुआ है. इससे खुश होकर सहारा समय को विज्ञापन जारी किया जा रहा है.

इलेक्‍ट्रानिक मीडिया में अच्‍छे लोगों की कमी

: मनोज मनु ने की जनसंचार के विद्यार्थियों से बातचीत : बेशक इलेक्ट्रानिक मीडिया में चुनौतियां तो बढ़ी हैं, पर अभी भी इस क्षेत्र में अच्छे लोगों की कमी है। मीडिया के विद्यार्थियों को चाहिए कि वह इस कमी को दूर करें। ये विचार प्रख्यात एंकर एवं सहारा समय-छत्तीसगढ़ -मध्य प्रदेश के चैनल प्रमुख मनोज मनु ने माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग के विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए।

मनोज मनु हुए सम्‍मानित

सहारा समय एमपी-छत्‍तीसगढ़ के चैनल हेड मनोज मनु को जीवाजी विश्‍वविद्यालय में युवा उत्‍सव समारोह में सम्‍मानित किया गया. उनको यह सम्‍मान पत्रकारिता में योगदान के लिए दिया गया. सम्‍मानित होने के बाद मनोज मनु ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आज मैं जिस मुकाम पर पहुंचा हूं, उस में यूनिवर्सिटी के युवा उत्‍सव कार्यक्रम का विशेष योगदान है. युवा उत्‍सव में छात्रों को बढ़ चढ़कर भाग लेना चाहिए. इससे प्रतिभा में निखार आता है.

12 लाख रुपये महीने तनख्वाह थी संजीव की

राजेश कुमार सिंह को तीन महीने की सेलरी देकर सहारा से कार्यमुक्त किया गया : आउटपुट हेड विनोद गु्प्ता को एनसीआर न्यूज चैनल का कार्यवाहक चैनल हेड बनाया गया : सहारा मीडिया से तीन खबरें हैं. पहली तो ये कि सहारा मीडिया के सीईओ और एडिटर इन चीफ पद से पिछले दिनों कार्यमुक्त हुए वरिष्ठ पत्रकार संजीव श्रीवास्तव ने चार महीने में सहारा से लगभग एक करोड़ रुपये सेलरी व ज्वायनिंग रकम के रूप में ले गए. सहारा से जुड़े सूत्रों ने भड़ास4मीडिया को जो दस्तावेज दिखाए हैं, उसके मुताबिक संजीव ने सहारा मीडिया ज्वाइन करने के लिए ज्वायनिंग एमाउंट के रूप में 50 लाख रुपये आते ही लिए थे. उनकी महीने की सेलरी 12 लाख रुपये तय हुई थी. चार महीने में 12 लाख रुपये के हिसाब से 48 लाख रुपये सेलरी के हुए. इस तरह करीब 98 लाख रुपये, जो एक करोड़ से कुछ ही कम है, सहारा मीडिया ने चार महीने में संजीव श्रीवास्तव को दिए. सूत्रों के मुताबिक सहारा में ये परंपरा रही है कि बाहर से जब कोई चर्चित जर्नलिस्ट सहारा में लाया जाता है तो उसे अच्छी खासी रकम पेशगी और सेलरी के रूप में दी जाती है.

मनोज मनु सहारा समय (एमपी-सीजी) के हेड

सहारा समय न्यूज चैनल से खबर है कि मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ चैनल का नया हेड मनोज मनु को बना दिया गया है. मनोज मनु अभी तक नेशनल चैनल में एंकरिंग करते थे और वे मध्य प्रदेश में रिपोर्टिंग भी कर चुके हैं. पुण्य प्रसून वाजपेयी के समय में मनोज मनु को नेशनल में एंकर बनाया गया था. अभी तक मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ चैनल के हेड के रूप में राजेश कुमार सिंह काम देख रहे थे.