अन्‍ना का एकांत और ब्रेकिंग न्‍यूज

रालेगण लौटते अन्ना हजारे के बारे में पल-पल की खबरें देते टेलीविजन रिपोर्टर क्या उनके एकांत में दाखिल होकर उनकी सबसे बड़ी ताकत, उनकी सहजता पर ही चोट नहीं कर रहे थे? ब्रेकिंग न्यूज – भारतीय खबरिया चैनलों की स्क्रीन पर अब हर दूसरे पल ये दो अक्षर को समेटे एक रंगीन पट्टी उभार लेती है. चैनल की कोशिश रहती है कि ज्यादा से ज्यादा बार वे कैसे इसे अपनी स्क्रीन पर ला सकें. ब्रेकिंग न्यूज का जुमला इतनी बार स्क्रीन पर दस्तक देता है कि एक आम दर्शक के लिए एक सामान्य खबर और बड़ी खबर का अंतर धुंधला पड़ जाता है.

नरेंद्र पाल सिंह ने प्रभात खबर ज्वाइन किया

यशवंत व्यास की ‘राजनीति’ से परेशान होकर अमर उजाला से इस्तीफा देने वाले वरिष्ठ पत्रकार नरेंद्र पाल सिंह ने नई पारी की शुरुआत कर दी है. उन्होंने प्रभात खबर के दिल्ली आफिस में एग्जीक्यूटिव एडिटर (नेशनल) के पद पर ज्वाइन किया है. सूत्रों के मुताबिक प्रभात खबर के प्रधान संपादक हरिवंश ने अखबार में नेशनल कंटेंट को मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से एनपी को बड़े पद पर दिल्ली आफिस में ज्वाइन कराया. एनपी अमर उजाला में कुछ ही महीने रह पाए.

यशवंत के चलते एनपी ने दिया इस्तीफा

अमर उजाला समूह में आए नए संपादकों के बीच एकता कायम नहीं हो पा रही है. अंदर ही अंदर आपसी खींचतान और खदबदाहट चल रही है. कई गुट बन गए हैं. एक दूसरे के प्रति अविश्वास का माहौल है. पर अभी तक ये सभी चीजें अंदर ही अंदर चल रही थीं. आपसी खींचतान का सार्वजनिक प्रदर्शन पहली बार हुआ है, वह भी इस्तीफे के रूप में. सूत्रों से पता चला है कि यशवंत व्यास से कामकाज को लेकर हुए टकराव-मनमुटाव के बाद एनपी सिंह उर्फ नरेंद्र पाल सिंह ने इस्तीफा दे दिया है.

डीपी पर भारी पड़ेंगे एनपी?

ईई की संख्या 5 हुई : शशि शेखर के जाने के बाद अमर उजाला में किसी को ग्रुप एडिटर के पद पर लाने की जगह एक्जीक्यूटिव एडिटर के रूप में काम देख रहे देवप्रिय अवस्थी उर्फ डीपी अवस्थी को ही संपादकीय विभाग का नेता अघोषित रूप से मान लिया गया है. हालांकि डीपी के अलावा चार अन्य एक्जीक्यूटिव एडिटर भी इस अखबार में हैं लेकिन अमर उजाला के निदेशक अतुल माहेश्वरी डीपी अवस्थी से ही सारे कामधाम की रिपोर्ट लेते हैं इसलिए अघोषित रूप से उन्हें ही ग्रुप एडिटर जैसा माना जाने लगा है. इसके पीछे भी वजह है. सुधांशु श्रीवास्तव के इस्तीफा देकर हिंदुस्तान जाने के बाद इनपुट का काम भी डीपी अवस्थी को दे दिया गया. डीपी आउटपुट का काम पहले से ही देख रहे थे. इस तरह इनपुट-आउटपुट, दोनों का काम देखने के कारण सारी यूनिटों व संपादकों से कोआर्डिनेशन का डायरेक्ट का काम डीपी अवस्थी के जिम्मे आ गया. नरेंद्रपाल सिंह उर्फ एनपी के एक्जीक्यूटिव एडिटर के पद पर आने से ईई की संख्या कुल पांच हो गई है. शंभूनाथ शुक्ला, गोविंद सिंह, डीपी अवस्थी और उदय सिन्हा, ये चार एक्जीक्यूटिव एडिटर पहले से कार्यरत हैं.