नरेंद्र भल्‍ला ने पायनीयर ज्‍वाइन किया

आउटलुक के स्‍पेशल करेस्‍पांडेंट रहे नरेंद्र भल्‍ला ने अपनी नई पारी पायनीयर हिंदी से शुरू की है. यहां भी उन्‍होंने स्‍पेशल करेस्‍पांडेंट के पोस्‍ट पर ज्‍वाइन किया है. नरेंद्र पिछले 22 सालों से पत्रकारिता में सक्रिय हैं. उन्‍होंने करियर की शुरुआत 1989  में नवभारत टाइम्‍स, दिल्‍ली के साथ की थी. यहां से इस्‍तीफा देने के बाद संडे मेल ज्‍वाइन कर लिया था. पांच साल यहां रहने के बाद इंवनिंग न्‍यूज से जुड़ गए. इसके बाद जैन टीवी और टीवी लाइव को भी अपनी सेवाएं दीं. सन 2005 में आउटलुक से जुड़ गए. वहां उन्‍होंने कई खबरें की.

आउटलुक के सैकत को आरटीआई पुरस्‍कार

सैकतआउटलुक पत्रिका के सहायक संपादक सैकत दत्‍ता को आरटीआई अधिकार का उपयोग करके ढाई सौ करोड़ रुपये के चावल घोटाले का पर्दाफाश करने के लिए आरटीआई पुरस्‍कार 2010 मिला है. सैकत ने आरटीआई के माध्‍यम से जानकारियां इकट्ठी करके इस पूरे मामले की पोल खोली थी. इस पुरस्‍कार के लिए सैकत के अलावा चार अन्‍य लोगों को भी नामित किया गया था. जिन्‍होंने आरटीआई के इस्‍तेमाल से कई खुलासे किए थे.

बरखा ने बनवाया राजा को मंत्री!

कनिमोझी ने अपने पिता और डीएमके प्रमुख एम करुणानिधि से कहा था यदि उन्होंने मारन को मंत्री बनने से नहीं रोका तो वे आत्महत्या कर लेंगी। कनिमोझी के बारे में यह जानकारी नीरा राडिया ने सीआईआई के पूर्व अध्यक्ष तरुण दास को दी थी।

विनोद मेहता, महेश्वर पेरी हाजिर हों

: आउटलुक के प्रकाशक, संपादक समेत 9 को नोटिस : सभी को 12 नवम्‍बर को व्‍यक्तिगत रूप से उपस्थित होने के आदेश : इलाहाबाद हाई कोर्ट ने आउटलुक के के मुख्‍य संपादक विनोद मेहता और प्रकाशक महेश्‍वर पेरी समेत नौ लोगों के खिलाफ सुओ मोटो नोटिस जारी किया है. सभी को 12 नवम्‍बर को सुबह दस बजे तक कोर्ट में व्‍यक्तिगत रूप से उपस्थित होने का आदेश दिया गया है. आउटलुक में छपे एक लेख पर आपत्ति जताते हुए वरिष्‍ठ अधिवक्‍ता रवि किरन जैन ने एक जनहित याचिका दायर की थी. इसके बाद दो जजों के बेंच ने आउटलुक की टीम को नोटिस जारी किया.