पी7 न्यूज से इस्तीफा देने वाले एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर राकेश शुक्ला रिलायंस ब्रॉडकास्ट नेटवर्क लिमिटेड साथ जुड़ गए है. वे अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप के बिग मैजिक के लिए कार्यक्रम तैयार कर रहे हैं. हालांकि उन्होंने कंपनी को ज्वाइन नहीं किया है बल्कि उनके साथ टाईअप किया है. यह चैनल इंटरटेनमेंट चैनल है. संभावना जताई जा रही है कि वो इस चैनल में जिम्मेदारी इसलिए संभालना नहीं चाह रहे हैं क्योंकि वो एक बार फिर नॉन न्यूज चैनल से जुड़ना नहीं चाहते हैं.
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मनोज पहुंचे पी7 न्यूज, कमल ने खबर भारती ज्वाइन किया
सहारा समय से इस्तीफा देने वाले मनोज सैनी ने अपनी नई पारी शुरू कर दी है. इन्होंने पी7 न्यूज ज्वाइन कर लिया है. इन्हें स्टूडियो डाइरेक्टर बनाया गया है. वे सहारा में बिहार चैनल के पीसीआर हेड थे. मनोज सहारा से पिछले 11 सालों से जुड़े हुए थे. इन्होंने बीस साल पहले अपने करियर की शुरुआत एक लोकल अखबार से की थी. मनोज टीवीआई, जैन टीवी, बीएजी को भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं.
सतीश जैकब पी7 के न्यूज डायरेक्टर बने
वरिष्ठ पत्रकार एवं बीबीसी के रिपोर्टर रहे सतीश जैकब अब पी7 से जुड़ गए हैं. जैकब ने पी7 के न्यूज डायरेक्टर के रूप में ज्वाइन किया है. समझा जा रहा है कि चैनल की दशा-दिशा सुधारने के लिए जैकब को पी7 से जोड़ा गया है. जैकब उस समय चर्चा में आए थे जब उन्होंने बीबीसी के लिए इराक युद्ध कवर किया था.
प्रमोद एवं विजय का तबादला, राम निवास की नई पारी
हिन्दुस्तान, लखनऊ से खबर है कि कई ब्यूरोचीफों को इधर-उधर किया जा रहा है. बहराइच से प्रमोद शुक्ल को सुल्तानपुर भेज दिया गया है. सुल्तानपुर से विजय मिश्र को बहराइच भेजा गया है. सूत्रों का कहना है कि अभी कुछ और फेरबदल हो सकते हैं, जिसमें गौरव अवस्थी और अखिलेश ठाकुर के नाम भी शामिल हैं.
ज्योति नारायण के जिम्मे एक और कंपनी
ज्योति नारायण के बारे में सूचना मिली है कि उन्हें पर्ल इनफ्रास्ट्रक्चर का भी काम सौंप दिया गया है. अभी तक वे पर्ल मीडिया की तीन कंपनियों के अलावा पीएसीएल, टूरिज्म से जुड़ी कंपनियों का काम देख रहे हैं. अब उन्हें पर्ल इनफ्रास्ट्रक्चर का भी जिम्मा दे दिया गया है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ज्योति नारायण को पिछले दिनों पर्ल निदेशक मंडल की हुई एक बैठक में पर्ल इनफ्रास्ट्रक्चर का काम सौंपा गया. नई जिम्मेदारी के कारण ज्योति नारायण पर्ल मीडिया के प्रतिदिन के रुटीन वाले काम नहीं देखेंगे. वे पर्ल मीडिया के नीतिगत फैसलों में पहले की तरह सक्रिय रहेंगे.