
जागरण समूह का बहुप्रतीक्षित राष्ट्रीय संस्करण आज लांच कर दिया गया लेकिन यह देखने और पढ़ने के लिए सभी लोगों के लिए उपलब्ध नहीं है। अगर आप अपने हाकर से जागरण के राष्ट्रीय संस्करण के बारे में पूछेंगे तो वो कुछ नहीं बताएगा क्योंकि उसे इस बारे में न तो कुछ पता है और न ही बताया गया है। दरअसल, इस ‘प्रीमियम प्रोडक्ट’ को बेचने की अभी स्ट्रेटजी नहीं बनी है।