”यशवंत, ऐसे सेक्स की पैरोकारी पर अपना इरादा स्पष्ट करो”

”जेएनयू में सेक्स….” शीर्षक से लिखे मेरे लेख पर कई लोगों के कमेंट आए हैं. मैं कुछ उन कमेंट्स का जवाब देना चाहूंगा जिन्होंने मेरे लिखे पर गंभीर आपत्ति जताई और इसके एवज में अपने तर्क पेश किए हैं. इनमें से खासकर 4 कमेंट्स को प्रकाशित करूंगा और इन चारों के सामने अपना पक्ष रखूंगा. ये चार कमेंट्स देने वालों के नाम हैं- श्रीवास्तव एस., अखिलेश, कबीर और प्रकाश. अपना पक्ष रखने से पहले इन चारों लोगों को थैंक्यू कहूंगा कि इन लोगों ने अपनी बात रखने का साहस किया.