यूपी प्रेस क्‍लब यानी धंधा ठगी और बटमारी का

: के. विक्रमराव के दस्‍तखत से जारी प्रेसनोट पर छिड़ा विवाद : राव बोले- मेरी छवि धूमिल करने के लिए जारी हुआ फर्जी पत्र : मायावती से प्रेसक्‍लब पर रिसीवर बिठाये जाने की मांग : प्रेसनोट में वही तथ्‍य हैं जो विक्रमराव के पत्र में थे : लखनऊ : यूपी प्रेस क्‍लब लगातार विवादों में घिरता जा रहा है। अब तो इसके वर्चस्‍व को लेकर ठगी और बटमारी का धंधा भी खूब फलने-फूलने लगा है।

लखनऊ के मठाधीश पत्रकारों! बताओ तुम्‍हारी औकात क्‍या है

कुमार सौवीर: के. विक्रमराव ने खोली दलालों-मठाधीशों की पोल-पट्टी : माफिया जैसी हरकतें है जोखू और रवींद्र सिंह की : फुटपाथ पर रेस्‍ट्रां का ठेका देकर होती है भारी उगाही : न वेतन और न कोई संस्‍थान, फिर ये लोग कैसे पत्रकार बन कर बैठे हैं प्रेस क्‍लब में : बीस सालों से क्यों नहीं कराया गया प्रेस क्‍लब का नवीनीकरण : लाइब्रेरी की जगह में की जाती है शराबखोरी :

यूपी प्रेस क्लब के फिर अध्यक्ष बने रवींद्र सिंह

उत्तर प्रदेश प्रेस क्लब के चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए रवींद्र सिंह और सचिव पद के लिए जेपी तिवारी निर्वाचित घोषित किए गए हैं. कुल 144 वोट पड़े थे जिसमें रवींद्र सिंह को 74 वोट मिले. राज बहादुर 70 वोट पाने में सफल रहे. इस तरह रवींद्र सिंह सिर्फ 4 वोटों से विजयी हुए.

यूपी प्रेस क्लब चुनाव की बिसात बिछी

मतदान कल : उत्तर प्रदेश प्रेस क्लब के चुनाव की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। मतदान कल 20 मार्च को होना है। चायना बाजार गेट पर स्थित प्रेस क्लब भवन में मतदान 11 बजे से शाम 5 बजे तक होगा और मतगणना उसी दिन शाम को की जायेगी। चुनाव अधिकारी हसीब सिद्दीकी ने मतदान के दिन शहर में न रहने वालों को पोस्टल बैलेट का मौका दिया है।

अब यूपी प्रेस क्लब के चुनाव की सुगबुगाहट

यूपीएसएसीसी चुनाव के बाद यूपी प्रेस क्लब के चुनाव की चर्चाएं तेज़ हो गयी है. प्रेस क्लब के पदाधिकारियों का निर्धारित कार्यकाल दो वर्ष पहले 2008 में ही पूरा हो गया था मगर गवर्निंग बॉडी की मीटिंग में यह कार्यकाल एक वर्ष के लिए और बढ़ा दिया गया. वो बढ़ा हुआ एक साल भी 2009 में समाप्त हो गया. प्रेस क्लब में नए चुनाव कराने की मांग जोर पकड़ती जा रही है. यूपी प्रेस क्लब पर तीन दशकों से इंडियन फेडरेशन ऑफ़ वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन का कब्ज़ा है. वर्तमान में रवींद्र सिंह अध्यक्ष और जोखू प्रसाद तिवारी सचिव के पद पर विराजमान हैं. प्रेस क्लब सदस्यों द्वारा चुनाव कराने की मांग के कारण प्रेस क्लब के पदाधिकारियों को झुकना पड़ा है.