[caption id="attachment_18542" align="alignleft" width="71"]विष्णु त्रिपाठी[/caption]: मुन्नी बदनाम हुई केखे लिए… : दरअसल मुन्नी बदनाम नहीं, सतनाम हुई है : ईद की पूर्वसंध्या थी। कानपुर से चली फरक्का एक्सप्रेस ने टूंडला में हाथ-पांव खड़े कर दिये। बताया गया कि हथिनीकुंड बैराज के सौजन्य से कालिंदी इस कदर हहरा रही हैं कि दिल्ली में अंग्रेजों के जमाने का इस्पाती रेलवे पुल बंद कर दिया गया है। इसलिए ट्रेनों को उनकी औकात के मुताबिक यथास्थान विचलित-स्थगित-निरस्त किया जा रहा है। रास्ता यही था कि टूंडला से आगरा जाएं और वहां से ट्रेन पकड़ कर दिल्ली पहुंचें। आनंद शर्मा देवदूत बनकर अवतरित हुए, टूंडला से पिकअप किया और हम आगरा के लिए निकल पड़े।