नंबर तीन होने से इंडिया टीवी में बेचैनी : टीआरपी लिस्ट में इस बार इंडिया टीवी नंबर तीन पोजीशन पर क्या खिसका, चैनल के अंदर कोहराम मच गया है। सूत्रों का कहना है कि चैनल के मैनेजिंग एडीटर विनोद कापड़ी ने न्यूज रूम के सभी सदस्यों को एक आंतरिक मेल जारी कर चैनल के नंबर तीन पर जाने के लिए इनपुट टीम को जिम्मेदार ठहराया है। इस मेल से न्यूज रुम में सरगर्मी बढ़ गई है। खासकर इनपुट के लोग काफी नाराज हो गए हैं।
नाम न छापने की शर्त पर इंडिया टीवी के एक पत्रकार का कहना है कि सारी सफलताएं विनोद कापड़ी अपने खाते में लेते रहे हैं और अब जब असफलता स्वीकारने का वक्त आया तो दोष दूसरों पर मढ़ दिया।
सूत्रों का कहना है कि एक जमाने में यह चैनल अपने ”एक्सक्लूसिव-ब्रेकिंग न्यूज ज्यादा, ड्रामा-तमाशा कम” के फार्मूले पर लगातार चलकर टीआरपी लिस्ट में काफी उपर चढ़ा। कई बार नंबर वन की कुर्सी तक जा पहुंचा। धीरे-धीरे ड्रामे-तमाशे पर अंधविश्वास ज्यादा बढ़ता गया। इससे रीयल एक्सक्लूसिव और ब्रेकिंग न्यूज कमतर होती चली गईं। जो दिखाई भी जातीं वो सामान्य श्रेणी की खबरें होतीं जिन्हें ड्रामाई तरीके से परोसा जाता। इन दिनों चौबीसों घंटे खबर की बजाय तमाशा दिखाया जाने लगा है। चैनल में कार्यरत सूत्रों के मुताबिक इसका खामियाजा टीआरपी से हाथ धोकर चुकाना पड़ा तो अब हर किसी को दूसरों में गलती नजर आने लगी है।
सूत्रों के मुताबिक विनोद कापड़ी द्वारा भेजे गए मेल से न्यूज रूम में असंतोष है। नौकरी खोने के भय से कोई कुछ साफ-साफ बोलने से हिचक रहा है। कहा तो यहां तक जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में इंडिया टीवी के इनपुट की टीम के कुछ लोगों पर चैनल के टीआरपी लिस्ट से खिसकने की गाज गिराई जा सकती है।