दो महीने की बकाया सेलरी न मिलने से नाराज पत्रकारों ने ए2जेड न्यूज चैनल के पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के चंडीगढ़ स्थित रीजनल आफिस में ताला लगा दिया है। ‘वेतन नहीं तो काम नहीं’ के तर्ज पर शुरू हुए इस आंदोलन से ए2जेड के दिल्ली स्थित आफिस में हड़कंप मचा हुआ है। पता चला है कि पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और हिमाचल प्रदेश के कुल 28 रिपोर्टर-स्ट्रिंगर बकाया सेलरी पाने के लिए और आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए आज शाम अंबाला में बैठक कर रहे हैं। इस बैठक में सेलरी पाने के लिए ए2जेड के दिल्ली आफिस कूच करने का निर्णय भी लिया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक प्रबंधन गुजरात में जिस प्रयोग को अंजाम दे चुका है, उसी को पंजाब, हरियाणा और हिमाचल में दोहराना चाहता है।
गुजरात में पहले के ब्यूरो व स्ट्रिंगरों को प्रबंधन ने कई महीने की सेलरी रोकने के बाद हटा दिया और नए लोगों की भर्ती कर ली। वहां जो भी सेलरी मांगता है, उसे फौरन नौकरी से हटा दिया जाता है। ऐसा ही कुछ पंजाब, हरियाणा, हिमाचल के स्ट्रिंगरों-रिपोर्टरों के साथ करने की तैयारी प्रबंधन ने कर रखी है। इसकी भनक मिलने पर पर सारे पत्रकार एकजुट हो गए। पिछले कई महीने से पैसे न जमा होने के कारण चंडीगढ़ स्थित ए2जेड के आफिस का लैंडलाइन फोन (नंबर 4006494) कट चुका है। आफिस का किराया भी कई महीनों से नहीं दिया गया है। ए2जेड के दिल्ली आफिस में इन दिनों कई लोग बास बने हुए हैं। रिपोर्टर तय नहीं कर पा रहे हैं कि किससे बात करना सही होगा। कोई कपूर से बात करने के लिए कह रहा है तो कोई गुप्ता से तो कोई त्यागी से। कनफ्यूजन और अफरातफरी का आलम है।
ए2जेड न्यूज चैनल के पंजाब, हिमाचल और हरियाणा ब्यूरो के हेड चंद्रशेखर धरनी हैं जो वरिष्ठ पत्रकार हैं। भड़ास4मीडिया ने तालाबंदी आंदोलन के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए जब चंद्रशेखर को फोन मिलाया तो उन्होंने इस मुद्दे पर कुछ भी बात करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि जो भी कुछ है, वह हम लोगों का आंतरिक मामला है, इसे हम आपस में बात कर निपटा लेंगे। सूत्रों का कहना है कि खुद ब्यूरो चीफ चंद्रशेखर धरनी की सेलरी कई महीनों से नहीं आई है। नए साल के पहले दिन से चल रहे तालाबंदी आंदोलन को खत्म कराने के लिए ए2जेड के दिल्ली आफिस के वरिष्ठ सक्रिय हैं पर हरियाणा, पंजाब और हिमाचल के रिपोर्टरों-स्ट्रिंगरों की एकजुटता के कारण किसी की दाल नहीं गल रही है। इन लोगों की एकसूत्रीय मांग है कि बकाया पेमेंट कराओ, फिर ताला खुलवाओ।