एक टीवी चैनल के स्टिंग आपरेशन में मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए महाराष्ट्र के तत्कालीन राजस्व मंत्री पतंगराव कदम (अब वन मंत्री) को दिखाने जाने से कांग्रेस खेमे में हड़कंप मच गया। विधानसभा चुनाव से पहले कदम का स्टिंग आपरेशन ‘टीवी-9’ नामक एक न्यूज चैनल ने किया था। इस स्टिंग आपरेशन का प्रसारण मंगलवार की रात को किया गया। स्टिंग आपरेशन में तत्कालीन राजस्व मंत्री पतंगराव कदम और तत्कालीन सामाजिक न्याय मंत्री चंद्रकांत हंडोरे की बातचीत रिकार्ड हुई है। इसमें कदम एंटी चेंबर में बैठकर अपने अधीन आने वाले कुछ सचिवों को बाकायदा कुछ कामों के लिए फ्रॉड करने की नसीहत देते दिखाए गए हैं। केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार की भी उन्होंने खिल्ली उड़ाई है।
पवार के अलावा उन्होंने नारायण राणे के बारे में भी अपशब्दों का खूब इस्तेमाल किया है। चौंकाने वाली बात यह है कि कदम जब अपनी पार्टी के कुछ बड़े नेताओं के बारे में आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल कर रहे थे, तब उनके साथ एंटी चेंबर में मौजूद तत्कालीन समाज कल्याण मंत्री चंद्रकांत हंडोरे भी हां में हां मिला रहे थे। बीच-बीच में उन्होंने भी नारायण राणे के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किया। कदम जब अपने एंटी चेंबर में बैठकर अपनी पार्टी व सहयोगी दल के बड़े नेताओं के खिलाफ भड़ास निकाल रहे थे और मुख्यमंत्री कार्यालय के कुछ अधिकारियों को फोन में चेतावनी भरे लहजे में प्रेशराइज कर रहे थे। उसी वक्त उनके कार्यालय का एक कर्मचारी उन्हें फोन थमाता है। फोन पर वे हिमाचल प्रदेश की राज्यपाल से बातचीत के दौरान इस बात का जिक्र करते हैं कि आचार संहिता के कारण किस तरह से कामकाज ठप्प पड़ गया है।
न्यूज चैनल ‘टीवी9’ द्वारा किए गए स्टिंग आपरेशन में पतंगराव कदम समाज कल्याण विभाग के एक पूर्व सचिव को तत्कालीन मंत्री चंद्रकांत हंडोरे के कहने पर हड़काते हुए एक फाइल पर हस्ताक्षर करने का फरमान जारी करते हैं। वह सचिव आचार संहिता लागू होने की वजह से हस्ताक्षर नहीं करने की बात कहता है, तो कदम उससे कहते हैं कि आचार संहिता क्या चीज है? बैक डेट में हस्ताक्षर कर दो। साभार : दैनिक भास्कर