जी ग्रुप में वीबी राव के ग्रुप एडीटर पद से इस्तीफे के बाद सतह पर प्रकट हुआ घमासान अब नित नई शक्ल ले रहा है। ताजे घटनाक्रम के मुताबिक जी न्यूज के प्रबंध निदेशक लक्ष्मी गोयल के भी इस्तीफा देने की अपुष्ट खबर है। चर्चा है कि यह इस्तीफा जी न्यूज के सीईओ वरुण दास के जी इंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के मुखिया पुनीत गोयनका को रिपोर्ट करने की नई व्यवस्था के बाद आया है। उल्लेखनीय है कि पुनीत गोयनका जी ग्रुप के चेयरमैन सुभाष चंद्रा के पुत्र हैं।
उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि सुभाष चंद्रा के भाई लक्ष्मी गोयल ही अभी तक जी के न्यूज चैनलों के सर्वेसर्वा हुआ करते थे। सीईओ वरुण दास के पुनीत गोयनका को रिपोर्ट करने की व्यवस्था को लक्ष्मी गोयल के कद में कटौती के रूप में देखा जा रहा था। संभव है, इसी के चलते लक्ष्मी गोयल की तरफ से यह कदम उठाया गया हो। वैसे सूत्रों का कहना है कि यह रुटीन फेरबदल का हिस्सा है। इसमें किसी तरह के विवाद की आशंका देना गलत है। जानकारों का कहना है कि जी में इस तरह का प्रकरण पहली बार नहीं हुआ है। सुभाष चंद्रा के भाई जवाहर गोयल कभी जी न्यूज के सर्वेसर्वा हुआ करते थे। बाद में उन्हें भी यहां से हटना पड़ा और जी की दूसरी कंपनी का काम देखने लगे। तब जवाहर गोयल के जाने से रजत शर्मा को भी जाना पड़ा था। जवाहर गोयल के बाद जी न्यूज का चार्ज लक्ष्मी गोयल का दिया गया। प्रबंध निदेशक के रूप में अभी तक लक्ष्मी गोयल ही जी न्यूज से जुड़े सभी बड़े फैसले लेते थे। अब लक्ष्मी के इस्तीफा देने के बाद यह माना जाने लगा है कि सुभाष चंद्रा के पुत्र पुनीत गोयनका ही जी न्यूज और जी इंटरटेनमेंट के सर्वेसर्वा हो चुके हैं।
इस घटनाक्रम से जी न्यूज के मीडियाकर्मी भी बेचैन हैं। नए निजाम के आने से इसका असर न्यूज रूम की सत्ता पर भी पड़ने के आसार हैं। इसके चलते जी न्यूज के मीडियाकर्मी सतर्क हैं और नए माहौल को भांपने-सूंघने में जुट गए हैं। मालिकों से जुड़ा मामला होने के चलते इस पूरे प्रकरण पर जी से जुड़ा कोई व्यक्ति मुंह खोलने को तैयार नहीं है। उधर, जी समूह लक्ष्मी गोयल के इस्तीफे की अभी आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं कर रहा है।