एस1 न्यूज चैनल के मालिक और बिल्डर विजय दीक्षित चारसौबीसी के एक मामले में बुरी तरह फंस गए हैं। गुड़गांव की फास्ट ट्रैक कोर्ट ने उन्हें जमानत देने से इनकार कर दिया है। इससे लगता है कि विजय दीक्षित को जेल जाना पड़ेगा। सीनियर बिल्डर्स के मालिक विजय दीक्षित पर आरोप है कि उन्होंने गुड़गांव में अपने माल की दुकानों को निवेशकों को देने की जगह उसे दूसरे कई लोगों को बेच कर पैसा ले लिया। गुड़गांव के डीएलएफ फेज टू पुलिस स्टेशन में विजय दीक्षित के खिलाफ सेक्शन 406 (विश्वासघात), 420 (धोखाधड़ी) और 120बी (आपराधिक साजिश) का मुकदमा इसी 2 दिसंबर को दर्ज कराया गया। शिकायतकर्ता हैं यश मनोज हांडा व अन्य।
इन लोगों का कहना है कि गुड़गांव के एमजी रोड पर स्थित सीनियर डेस्टिनेशन माल का निर्माण सीनियर बिल्डर्स ने कराया। सीनियर बिल्डर्स के विजय दीक्षित और पैसिफिक ग्रीन के सुमन कुमार मल्होत्रा ने ज्वाइंट वेंचर के तहत इसका निर्माण कराया। इस साल फरवरी में इन दोनों का गठबंधन खत्म हो गया। सीनियर बिल्डर्स ने माल की दुकानों को उनके मालिकों को पिछले दिसंबर में ही देने का वादा किया था पर इस साल दिसंबर तक भी नहीं दिया। उल्टे, इन दुकानों को कई दूसरे लोगों को बेच कर पैसा ले लिया। इस पूरे फ्राड की शिकयात ईओडब्लू से की गई। चंडीगढ़ हाईकोर्ट ने भी दुकानों को री-सेल न करने के लिए आदेश दिया हुआ है।
इस मामले में एस1 न्यूज चैनल के चेयरमैन और सीनियर बिल्डर्स के कर्ताधर्ता विजय दीक्षित से भड़ास4मीडिया ने संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि माल बनाने के लिए उन्होंने पैसिफिक ग्रीन को ठेका दिया था। उसी ठेकेदार सुमन कुमार मल्होत्रा ने मुझसे भी धोखा करते हुए कई दुकानें बेच दीं। तब करीब एक दर्जन लोगों ने जो शिकायत की उसमें मेरा भी नाम डाल दिया। विजय दीक्षित के मुताबिक गुड़गांव डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने मेरे फेवर में निर्णय दिया है और सभी शिकायतकर्ताओं के तर्क को खारिज कर दिया है। कोर्ट ने माना है कि दोषी पैसिफिक ग्रीन है, न कि सीनियर बिल्डर्स। विजय दीक्षित ने बताया कि सीजीएम कोर्ट में भी शिकायत किए जाने के बारे में सुना है। मेरे वकील गए थे जिन्होंने बताया कि बेल नहीं हो पाई।