आरबीआई के डिप्टी गवर्नर के जन विरोधी बयानों के कारण सोनभद्र के पत्रकारों ने वार्ता बीच में ही छोड़ी : भारतीय रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर डा. के.सी. चक्रवर्ती ने मंगलवार को सोनभद्र जिला मुख्यालय पर एक कार्यक्रम में पत्रकार वार्ता के दौरान कई ऐसी बातें कहीं, जिससे मीडिया के लोग सन्न रह गये। उनकी हर बात पर एहसास हुआ कि ऐसे ‘वित्तीय दर्शन’ रखने वाले लोगों से भ्रष्टाचार रोकने की उम्मीद नहीं की जा सकती। हर प्रश्न पर उनके द्वारा दिया गया जवाब जनविरोधी रहा, जो पत्रकारों को नागवार गुजरा। पत्रकारों ने आखिरकार वार्ता बीच में ही छोड़कर चले जाने का निर्णय ले लिया।
अपनी बात रखते समय डिप्टी गवर्नर ने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि सोनभद्र के हर गांवों में बैंक हो, हर व्यक्ति का खाता हो, सबके पास टेम्परेरी ओवर ड्राप्ट हो जिससे वह अपनी तत्काल की जरूरतों को पूरा कर सके। जब पत्रकारों ने सोनभद्र में स्थित बैंकों की तमाम शाखाओं में हो रहे क्रिया कलापों पर सवाल खड़ा किया और कहा कि बगैर कमीशन कोई ऋण नहीं मिलता, तो इस पर रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर ने जवाब दिया- शुक्र मनाइये, दस प्रतिशत कमीशन लेकर ऋण मिल रहा है।
जब उनसे एटीएम से नकली नोट निकलने की समस्या के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कोई रखता होगा, हम नहीं रखते, क्या आपको कोई नकली नोट मिला? यह कहने पर कि बैंक के एटीएम में नकली नोट कोई बैंककर्मी ही रखता होगा, उसे चेक करना चाहिए या नहीं, इस सवाल पर उनका जवाब ऐसा करने वालों के पक्ष में ही था।
कार लोन, होम लोन व बड़े उद्योगों के लिए ऋण का ब्याज कम होना जबकि किसानों को दिये जाने वाले ऋण का ब्याज 11 प्रतिशत व उससे अधिक होना, यह विरोधाभाष आखिर क्यों? इस सवाल पर भी डिप्टी गवर्नर का उत्तर संतोषजनक नहीं रहा। तमाम बैंकों में सारी औपचारिकताएं पूर्ण करने के बाद भी ऋण न मिलने के सवाल पर भी वह बैंक कर्मियों के पक्ष में ही पूरी तरह दिखे। उनकी बातों से लगा कि ऐसे ‘वित्तीय दर्शन’ के कारण ही भ्रष्टाचार करने वालों को बढ़ावा मिलता होगा। भारतीय रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर के ऐसे जनविरोधी जवाब सुनकर सारे पत्रकार लोग वार्ता बीच में ही छोड़कर चल दिये। पत्रकार वार्ता के दौरान पंजाब नैशनल बैंक के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक के.आर. कामत, उत्तर प्रदेश व उत्तराखण्ड के महाप्रबन्धक फिल्ड रोहताष कुमार एवं सोनभद्र के जिलाधिकारी मौजूद थे।
सोनभद्र से विजय विनीत की रिपोर्ट