समझौते पर हस्ताक्षर न हो सका : वीओआई से अलग हुए अमित सिन्हा : वीओआई पत्रकारों व कर्मचारियों के प्रतिनिधियों के साथ मित्तल बंधुओं की बैठक : फुल एंड फाइनल सेटलमेंट की कवायद शुरू : वीओआई के नोएडा स्थित आफिस में पत्रकारों-कर्मियों का अनिश्चितकालीन धरना : मित्तल बंधुओं और अमित सिन्हा के बीच वायस आफ इंडिया उर्फ वीओआई को टेकओवर व संचालित करने से संबंधित डील पर सहमति नहीं हो सकी है। अब समझौते पर हस्ताक्षर होने की कोई संभावना भी शेष नहीं है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मित्तल बंधु चाहते थे कि अमित सिन्हा डील पर हस्ताक्षर होने से पहले ही चैनल के पिछले पांच-छह माह के सभी बकाया भुगतान की राशि दे दें जबकि अमित सिन्हा का कहना था कि सब कुछ दे दिया जाएगा और वे देते भी रहे हैं पर अब सबसे पहले लिखत-पढ़त हो जानी चाहिए।
सूत्रों के मुताबिक मित्तल बंधुओं बकाया भुगतान को लेकर अड़े रहे और अमित सिन्हा ने भी कह दिया कि वे समझौते पर हस्ताक्षर हुए बिना अब एक पैसा भी नहीं देंगे। इसी कारण बातचीत टूट गई। सूत्रों का कहना है कि अमित सिन्हा खुद को अब वीओआई से अलग करने की घोषणा कर चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक बिना लिखा-पढ़ी के ही अमित सिन्हा से करोड़ों रुपये खर्च करा लेने वाले मित्तल बंधु समझौता न होने से भले ही खुद को फायदे में पा रहे हों पर अब चैनल के पांच सौ से ज्यादा कर्मचारी सड़क पर आ गए हैं। हस्ताक्षर करने की बेला पर मित्तल बंधुओं ने अमित सिन्हा को जो ठेंगा दिखाया है, इसको लेकर वीओआई कर्मी काफी चिंतित और गुस्से में हैं। डील न हो पाने के ऐलान के बाद कर्मचारी अपने फुल एंड फाइनल सेटलमेंट के प्रयास में जुट गए हैं। वीओआई के पत्रकारों और कर्मचारियों के तेवर उग्र हो चुके हैं। मित्तल बंधुओं को जब वीओआई कर्मियों के गुस्से का पता चला तो उन लोगों ने फुल एंड फाइनल सेटलमेंट करने का इरादा जाहिर करते हुए पत्रकारों-कर्मचारियों के प्रतिनिधियों को बातचीत के लिए अपने नेहरू प्लेस स्थित आफिस बुलाया। सूत्रों के मुताबिक वीओआई के कर्मियों की तरफ से चार लोग मित्तल बंधुओं से मिलने गए।
बैठक में मित्तल बंधुओं ने स्पष्ट कर दिया कि अब उनका चैनल चलाने का कोई इरादा नहीं है इसलिए आप सभी लोग नियम के तहत जो भी बकाया बनता है, ले लीजिए। प्रबंधन ने कर्मियों को चेक से पेमेंट देने की बात कही तो पत्रकार-कर्मचारी प्रतिनिधि भड़क उठे। प्रतिनिधियों का कहना था कि वीओआई के सैकड़ों चेक अतीत में बाउंस हो चुके हैं इसलिए वे लोग संपूर्ण रकम कैश में लेना पसंद करेंगे। मित्तल बंधु नगद संपूर्ण भुगतान देने की जगह किश्तों में देने की बात करने लगे। पत्रकार-कर्मचारी प्रतिनिधि इस पर तैयार नहीं हुए। दोनों पक्षों में कई मुद्दों पर गरमा-गरमी हो गई। बताया जा रहा है कि बैठक में दोनों पक्षों के बीच मारपीट की नौबत आ गई। सूत्रों के मुताबिक कर्मचारियों के एक प्रतिनिधि और मित्तल बंधुओं के बीच हाथापाई की स्थिति आने पर मित्तल बंधुओं के नेहरु प्लेस स्थित आफिस के सभी कर्मचारी प्रबंधन के पक्ष में इकट्ठा हो गए। वहां मौजूद अन्य लोगों ने बीच-बचाव की कोशिश की। वीओआई कर्मी और पत्रकार फिर से वीओआई के नोएडा स्थित आफिस में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं और बकाया भुगतान की मांग करने लगे हैं। चैनल तो पहले से ही बंद है और अब आफ एयर भी हो चुका है।
बताते हैं कि वीओआई पर बकाया करोड़ों रुपये वसूलने का अदालती आदेश लेकर बैठा जूम भी डील न होने पर सक्रिय हो उठा है। वीओआई प्रबंधन ने जूम के किराये के उपकरणों का इस्तेमाल तो किया पर इसका पैसा अभी तक नहीं दिया। इस मामले पर कोर्ट ने जूम के पक्ष में फैसला दिया है और पैसा न मिलने की स्थिति में वीओआई के उपकरणों को ले जाने की अनुमति भी दी है। आज जब वीओआई के आफिस में जूम के लोग सामान उठाने पहुंचे तो धरने पर बैठे कर्मचारियों ने उन्हें भगा दिया। कर्मचारियों का कहना है कि बिना उन्हें भुगतान मिले बिना कोई सामान यहां से नहीं जाएगा।