जिस तरह दिल्ली में रहने वाले पत्रकार के राष्ट्रीय राजनीति में जाने की ज्यादा संभावना होती है उसी तरह मुंबइया पत्रकार के फिल्मों में दिख जाने की ज्यादा उम्मीद होती है। अब वाहिद अली खान को ही ले लीजिए। ‘पी 7 न्यूज’ के ब्यूरो चीफ वाहिद पत्रकारिता करते करते चुपचाप एक फिल्म में भी छोटी सी भूमिका निभा आए। फिल्म का नाम है ‘जेल’। इस फिल्म में वाहिद ने नील नितिन मुकेश के साथ अभिनय किया है।
भड़ास4मीडिया से बातचीत में वाहिद बताते हैं- ‘मधुर भंडारकर मेरे अच्छे दोस्तों में हैं। उन्होंने मुझे इस फिल्म के लिए एक बहुराष्ट्रीय कंपनी के एक्जीक्यूटिव की भूमिका के लिए प्रस्ताव दिया तो मैंने स्वीकार कर लिया। वैसे, अभिनय और बालीवुड मेरे व मेरे परिवार के लिए नया नहीं है। मेरी दादी अख्तर एक जमाने में प्रख्यात गायक केएल सहगल की हीरोइन हुआ करती थीं। उस फीचर फिल्म का नाम है ‘मेरी बहन’। मेरी दादी कई फिल्मों में आईं थीं। वे सुनील दत्त, नरगिस, नूतन, तनुजा और कई फिल्मी सितारों-तारिकाओं की करीबी थीं। मैं खुद जब छोटा था तो संजय दत्त मुझे गोद में लेकर अपने हाथों से खिलाए हैं। संजय दत्त जब जेल में थे तो मैं टाडा कोर्ट से विशेष अनुमति हासिल कर उनसे मिलने गया था। मैंने उन्हें रोते हुए देखा। उन्हें देख मैं भी रोने लगा था। मैं एक बहादुर पत्रकार जरूर हूं लेकिन एक अच्छा इंसान भी हूं जो दूसरों के सुख-दुखी से सुखी-दुखी भी होता है। उपर वाले ने संजय को बेदाग बाहर करा दिया, इसके लिए मैं वाकई शुक्रगुजार हूं।’