नए नए आए स्थानीय संपादक तक शिकायत पहुंची। शिकायत यह कि फीचर इंचार्ज ने अपने अधीन काम करने वाली लड़की का सेक्सुअल हैरेसमेंट किया है। शिकायत खुद लड़की ने की थी। बताया जाता है कि आईटी हेड ने लड़की को प्रोत्साहित किया शिकायत करने के लिए। शिकायत सुनकर स्थानीय संपादक भड़क गए। उन्होंने फीचर इंचार्ज को बर्खास्त करने की धमकी देते हुआ कहा कि लिखित रूप से माफी मांगें। फीचर इंचार्ज भी भड़क गए। बोले- कोई गलती की होती तो माफी मांगता, शिकायत उन्हें फंसाने के लिए हुई है।
संपादक का पारा और चढ़ गया। वे लगे डांटने-डपटने। मामला गरम हो गया। आफिस के लोग फीचर इंचार्ज के बचाव में आ गए। उनके व्यवहार और उनकी काबिलियत से आफिस वाले प्रभावित थे, सो, सबने संपादक को समझाया। आईटी हेड को पूरी साजिश के लिए दोषी माना और उसे लगे आफिस वाले भला-बुरा सुनाने। पूरे आफिस में कोहराम मच गया। लोग एक दूसरे को समझाने और मामला सलटाने में लग गए। कुछ लोगों ने कहा कि नई आई यह लड़की आईटी हेड के बहकावे में आकर झूठी शिकायत कर बैठी। कुछ लोगों ने कहा कि जरूर कुछ गड़बड़ रहा होगा तभी लड़की ने शिकायत की है।
जो भी हो, फिलहाल यह मामला दब गया है। यथास्थिति कायम हो चुकी है।
यह सत्यकथा यूपी के एक प्रमुख हिंदी दैनिक के लखनऊ आफिस की है।