राजधानी की एक महिला पत्रकार की शादी से पूर्व की गैट टू गैदर दिल्ली के एक डॉक्टर द्वारा स्पॉसर किए जाने को लेकर चर्चा का बाजार गर्म है। यह दावत भाईवीर सिंह मार्ग पर एक जैन साध्वी के आश्रम में आयोजित की गई थी। उल्लेखनीय है कि महिला पत्रकार ऐसे संस्थान से है, जो खुद को दिल्ली का सबसे बड़ा हिन्दी अखबार होने का दावा करता है। इसके अलावा समय समय पर अपने पत्रकारों के लिए मिथ्या आचार संहिता की घोषणा करता है।
इस गैट टू गैदर में ज्यादातर हिन्दी अखबारों के हेल्थ रिपोर्टर मौजूद थे। उन डॉक्टर साहब को छपास की जबर्दस्त बीमारी है। इसलिए उनके लिए पांच से सात हजार खर्च करना मामूली बात है। इसके बदले अब पूरे साल उनकी खबरें बड़ी बड़ी छपेंगी। जहां यह महिला हेल्थ रिपोर्टर उनकी प्रेस कांफ्रेंस में जाने से बचती थीं, वहीं अब यह पूरे साल वहां पर हाजिरी भरेंगी।
बताते हैं इसकी जानकारी उस संस्थान ज्यादातर सीनियरों को है, लेकिन ज्यादातर सीनियर उस डॉक्टर के मरीज हैं। इस वजह से वह आंखे मूंदे बैठे हैं। इतना ही नहीं, वह सीनियर भी आए दिन उस डॉक्टर की पार्टियों का हिस्सा बनते रहते हैं। लिहाजा वह इस मामले को तूल देने के पक्ष में नहीं है। बहरहाल, आने वाले दिनों में यह बात इस संस्थान के लिए सामान्य सी होने वाली है, क्योंकि अब इस अखबार के कर्ताधर्ता संपादक नहीं, आईआईएम से पढ़े मैनेजरों के हाथ है।