हिंदुस्तान, कानपुर से खबर है कि मनोज पमार ने संपादक के रूप में बुधवार को अपनी जिम्मेदारी संभाल ली. उन्हें ज्वाइन कराने के लिए यूपी के वरिष्ठ संपादक केके उपाध्याय लखनऊ से कानपुर पहुंचे थे. मनोज पमार अभी बनारस में संपादक पद की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. प्रबंधन ने कानपुर में हिंदुस्तान के तेवर और कलेवर में धार देने के लिए मनोज पमार को बनारस से यहां भेजा है.
श्री पमार के ज्वाइनिंग के मौके पर निवर्तमान संपादक दिनेश पाठक भी मौजूद थे. प्रबंधन ने दिनेश को हिंदुस्तान, गोरखपुर का संपादक बनाया है. वे भी एक दो दिन में गोरखपुर में अपनी जिम्मेदारी संभाल लेंगे. गोरखपुर के संपादक नागेंद्र को बनारस भेजा जा रहा है. मनोज पमार को ज्वाइन कराने के मौके पर केके उपाध्याय ने कहा कि मनोज पमार के नेतृत्व में हिंदुस्तान, कानपुर नई ऊंचाइयों को छुएगा. दिनेश पाठक को उनके आग्रह पर गोरखपुर भेजा जा रहा है.
हालांकि सूत्रों का कहना है कि दिल्ली और लखनऊ के बीच में होने की वजह से कानपुर एडिशन हिंदुस्तान प्रबंधन के लिए एक बड़ी चुनौती रही है. कई संपादकों के बदलाव के बाद भी अखबार उस मुकाम तक नहीं पहुंच सका, जहां पहुंचाने की कोशिश की जाती रही है. सूत्र बता रहे हैं कि प्रबंधन नए तेवर और कलेवर के साथ कानपुर संस्करण की रीलांचिंग करने जा रहा है. इसीलिए मनोज पमार को कानपुर लाया गया है.
मनोज ने अपने संपादकत्व में हिंदुस्तान, वाराणसी को कम समय में ही ठीक ठाक मुकाम पर पहुंचा दिया था. अब उन्हें कानपुर में हिंदुस्तान को जागरण के गढ़ में मात देने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. वे इसके पहले आगरा और अलीगढ़ में हिंदुस्तान की लांचिंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं. माना जा रहा है कि हिंदुस्तान प्रबंधन इस बार कंटेंट और रिवेन्यू के मामले में दैनिक जागरण से आरपार की लड़ाई के लिए तैयार है.
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