Uncategorized
लखनऊ - देश का बहुप्रतीक्षित अट्टहास समारोह शनिवार, 2012 को रवीन्द्रालय सभागार, लखनऊ में सायं 6:00 बजे हुआ, जिसमें लोग हसें, खिलखिलाये और जमकर...
Hi, what are you looking for?
लखनऊ - देश का बहुप्रतीक्षित अट्टहास समारोह शनिवार, 2012 को रवीन्द्रालय सभागार, लखनऊ में सायं 6:00 बजे हुआ, जिसमें लोग हसें, खिलखिलाये और जमकर...
कलावती चाची और सारंग जैसे महिला चरित्रों ने मैत्रेयी पुष्पा को एक समय चर्चा के शिखर पर बिठा दिया था। आज भी उस की...
: समीक्षा - यश मालवीय : ग़ज़ल संग्रह- अपना तो मिले कोई : शायर- देवमणि पाण्डेय : ग़ज़ल के पैरहन में रचनात्मकता की रूह...
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में मैच फिक्सिंग से लेकर स्पॉट फिक्सिंग की बातें पहले भी उठती रही हैं किन्तु न तो भारतीय क्रिकेट कंट्रोल...
पहली बार हिंदी में लादेन पर एक किताब आई है, जिसके लेखक हैं-वरिष्ठ पत्रकार और चित्रकार देव प्रकाश चौधरी। किताब का शीर्षक है-एक था...
‘विकल्प’ अखिल भारतीय जनवादी सांस्कृतिक सामाजिक मोर्चा से सम्बद्ध बिहार राज्य जनवादी सांस्कृतिक मोर्चा का 9वॉं सम्मेलन छपरा के सारण-जनपद के गॉंव कोहड़ा-बाजार में...
बहुत सारे कहानीकार अपनी कहानियों में खुद को ‘हीरो‘ बनाते हैं। लेकिन शिवमूर्ति अपनी कहानियों में खुद को हीरो नहीं बनाते। हाँ, उन की...
वर्तमान समय में वास्तविक जीवन पर बनी फिल्में बाक्स आफिस पर धूम मचा रहीं है। जिससे निर्माता वास्तविक जीवन पर फिल्म बनाने को लेकर...
लखनऊ। अपसंस्कृति के विरुद्ध तथा लोक संस्कृति के जन सांस्कृतिक मूल्यों के संवर्द्धन के लिए पिछले 2008 से जन संस्कृति मंच के सहयोग से...
भोजपुरी संगीत की दुनिया में आज न तो पत्रकार कमलेश सिंह नया नाम हैं और ना ही उनकी कंपनी माईलस्टोन म्यूजिक। माईलस्टोन का भक्ति...
रायगढ़ इप्टा का नाटक ‘बकासुर’ समारोह की अंतिम प्रस्तुति थी। प्रकाश व्यवस्था को दुरूस्त करने में कुछ समय लग रहा था। इससे पहले कि...
: प्रो. रमेश दीक्षित के एकल काव्यपाठ से आरम्भ का पुनरारम्भ : प्रख्यात कवि नरेश सक्सेना का आरम्भ प्रभावशाली रहा। आरम्भ की गोष्ठी या...
शेष नारायण सिंह : कैफ़ी को गए धीरे-धीरे १० साल हो गए. अवाम के शायर कैफ़ी इस बीच बहुत याद आये लेकिन मैं किसी...
भोजपुरी के तुलसीदास की उपाधि से प्रख्यात रामजियावन दास बावला का मंगलवार को निधन हो गया। वे 90 वर्ष के थे। उनका अंतिम संस्कार...
हिंदी की प्रतिष्ठित पत्रिका लमही द्वारा दिया जाने वाला लमही सम्मान वर्ष 2011 हेतु सुप्रसिद्ध कहानीकार श्री शिवमूर्ती को दिया जायेगा। लमही के प्रधान...
जान-माने लेखक राजेन्द्र राजन की दो पुस्तकों ‘-पन्द्रहबीश के जंगलों से-’ और ‘बारह साक्षात्कार’ का विमोचन राजधानी शिमला में एक सादे समारोह हिमाचल प्रदेश...
बीता सप्ताह लखनऊ के लिए साहित्यिक सरगर्मियों से भरा रहा। दरअसल मौका था ‘तद्भव’ के रजत जयंती अंक के महत्वाकांक्षी प्रकाशन पर आयोजित दो...
''देखा एक ख़्वाब तो ये सिलसिले हुए दूर तक निगाहों में हैं गुल खिले हुए!'' वर्ष 1981 में अमिताभ और रेखा ने फिल्म 'सिलसिला'...
कहते हैं इस संसार में कोई भी इंसान जन्म से न तो विद्वान होता है और न ही बुद्धिमान। मनुष्य कड़ी मेहनत और अपनी...
महाकाश अभियानों का मकसद जेम्स कैमरुन की फिल्म अवतार में बेहद कायदे से अभिव्यक्त हुआ है, यह सबको मालूम है। इसमें काल्पनिक ग्रह पर...