मेरी भी सुनो
मेरा रंग दे बसंती चोला... गीत से लोगों में जोश और ओज भरने वाले बाबा रामदेव रामलीला मैदान में दिल्ली पुलिस की कार्रवाई के...
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मेरा रंग दे बसंती चोला... गीत से लोगों में जोश और ओज भरने वाले बाबा रामदेव रामलीला मैदान में दिल्ली पुलिस की कार्रवाई के...
कल रात का दिल्ली के रामलीला मैदान पर लोकवाणी का जिस क्रूरता से दमन करवाया गया, वह भारत के नागरिकों के ऊपर गुजारा गया...
कहते हैं कि भाषाएं कभी बंधक नहीं होती हैं, अपनी भाषा, अपने लोग सबको अच्छे लगते हैं. मोबाइल के साथ भी कुछ ऐसा ही...
लंबे अरसे बाद गांव पर कुछ समय बिता रहा हूँ. वर्षों बाद भी गांव में पीपल का पेड़ वहीं है, कदंब का पेड़ भी...
ओसामा बिन लादेन के मौत के तुरंत बात भारतीय समाचार पत्रों में भारत के थल सेना प्रमुख के बयान आया कि हम भी अमेरिका...
ज़माना तेज़ गति से बदल रहा है.. ज़ाहिर है इससे कोई बच नहीं सका है.. बात करें जेंटलमेन गेम क्रिकेट की तो सबसे लोकप्रिय...
: सब कुछ मिस ही मिस : मिस अण्डर स्टैण्डिंग, मिस ऑपरेटिंग, मिस टेकिंग : आजकल कुछ ऐसे रिपोर्टर्स देखने को मिलेंगे जो न...
भारत की शहरी और ग्रामीण मज़दूर आबादी असहनीय और अकथनीय परेशानी और बदहाली का जीवन बिता रही है। इसमें असंगठित क्षेत्र के ग्रामीण और...
अन्ना हजारे ने जनलोकपाल बिल की ड्राफ़्टिंग समिति के लिये अपने अलावा चार अन्य लोगों के नाम सुझाये थे। ये नाम हैं जज संतोष...
आज के गांधी के रूप में विख्यात अन्ना हजारे महाराष्ट्र के अपने गांव रालेगांवसिद्धि, जो उनकी कर्मभूमि भी है, पहुंच चुके हैं। बीबीसी हिन्दी...
प्रिय श्री अन्ना हज़ारे जी, आपके आन्दोलन को मिल रहा अपार जनसमर्थन इस बात का द्योतक है कि लोग व्यवस्था में बदलाव चाहते हैं....
अद्भुत.. अविस्मरणीय.. मेरे लिए तो अलौकिक.. ऐसा नजारा आज से पहले कभी नहीं देखा इस सरजमीं पर!!! यहीं पैदा हुआ, पला-बढ़ा, बचपन से लेकर...
इक्कड़ बिक्कड़ बम्बे बो, अस्सी नब्बे पूरा सो..पोसम्बा भाई पासेम्बा डाकिये ने क्या किया..ये वो शब्द हैं, जो आजकल गली मोहल्लों में सुनने को...
दक्षिण अफ्रीका के हाथों अंतिम ओवर में टीम इंडिया को मिली हार को लेकर उसका पोस्टमार्टम, टीका-टिप्पणी और किसिम किसिम के विश्लेषण मैच के...
प्रभाष जी अगर जिंदा होते तो 12 मार्च के नागपुर वनडे पर कागद नहीं मुंह कारे करते. ज़रूर पूछते गौतम गंभीर और अपने चहेते...
हमारे देश ने इतनी तरक्की की है कि हम दुनिया के दूसरे देशों से प्रगति में मुकबला करने के काबिल हो गये हैं। स्वाधीनता...
हम ईश्वर को पूजते हैं, उनकी आरती उतारते हैं और पता नहीं हम धर्म और आस्था के नाम पर क्या-क्या नहीं करते, पर यह...
दिनांक 10 नवम्बर 2009, यह वह दिन था जब रेलवे में पहली बार करप्शन की बात वहॉं के कर्मचारियों ने जबर्दस्त ढंग से उठायी।...