: बरेली में भी पत्रकार के घर हुए चोरी का खुलासा करने में असफल रही पुलिस : इलाहाबाद । चलती बस से लाखों का सामान गायब हो जाए और फिर भी पुलिस हरकत में न आये। इस तरह की घटनाएं अब आम हो गई हैं। एक घटना कर्वी से इलाहाबाद आने वाली एक प्राइवेट बस में घट गई और लाखों का सामान चोरी हो गया। पुलिस ने रिपोर्ट तो दर्ज कर ली लेकिन कार्रवाई के नाम पर सिर्फ पूछताछ करके रह गई। पीडि़त पत्रकार का शक है कि प्राइवेट बस के मालिकों के दबाव पर पुलिस कार्रवाई ही नहीं करती।
दिल्ली से प्रकाशित एक दैनिक अखबार के संपादक आलोक पांडेय तीन अक्टूबर को चित्रकूट जिले के मऊ से अपनी पत्नी के साथ प्राइवेट बस से लेकर इलाहाबाद आ रहे थे। मना करने के बावजूद बस के क्लीनर ने सुरक्षा की गारंटी देने के साथ ही उनका सारा सामान डिग्गी में रख दिया। रामबाग स्थित बस स्टैंड पर बस रुकी तो क्लीनर गायब हो गया। दस मिनट बाद आया और फिर आलोक पांडेय को अपना सामान मिल पाया। किराये की जीप लेकर वह प्रतापगढ़ जिले के कुंडा तहसील स्थित अपने गांव हथिगंवा चले गए। घर जाने पर देखा तो होश उड़ गए। सूटकेस के तीनों लॉक टूटे हुए थे और उसमें रखा चार तोला सोने के आभूषण, 33 तोला चांदी के जेवरात, एक कोडक कैमरा और नगद 12 हजार रुपये गायब थे। इसकी शिकायत तत्काल एसपी चित्रकूट से की गई। उनके निर्देश पर कोतवाली कर्वी ने संबंधित बस के चालक, परिचालक और खलासी पकड़वा लिया। बाद में तीनों को मऊ थाने लाया गया और यहां पर बंद कर दिया गया। पत्रकार आलोक पांडेय का आरोप है कि उनसे न तो पुलिस अभी तक सामान बरामद कर पायी और न ही उनसे कड़ाई से पूछताछ ही कर रही है।
बरेली : हिंदुस्तान के पूर्व पत्रकार देवांग के घर में बीते 18 अगस्त को हुई चोरी की घटना की तह तक पहुंचने में पुलिस असफल रही। जांच के नाम पर केवल खानापूर्ति की गई है। पुलिस ने रिपोर्ट तो लिख ली थी लेकिन चोरों का पता लगा पाने में असफल रही। अब पुलिस ने 20 सितम्बर को फाइनल रिपोर्ट लगाकर मामला कोर्ट को भेज दिया है. देवांग ने बताया कि कैंट पुलिस का कांस्टेबल कमल यादव मेरे घर आया तथा मुझी से पैसा मांग रहा था, जैसे वो अपनी ड्यूटी निभाने नहीं बल्कि मेरे ऊपर एहसान करने आया हो। एसआई वीरेंद्र शर्मा भी आश्वासन के सिवा कुछ नहीं दिया। मुझे दस अक्टूबर को कोर्ट में पेश होना पड़ा। मेरे घर चोरी हुई और मैं ही अब कोर्ट तथा पुलिस स्टेशन के चक्कर लगा रहा हूं। सामान तो मिला नहीं खर्च अलग से बढ़ गए। अब अगली तारीख 5 नवम्बर की है, जिसमें मुझे केस खतम करने की अर्जी देनी है।
गौरतलब है कि देवांग राठौर कांधरपुर में स्थित सैनिक कालोनी में 18 दिसम्बर की रात चोर घुस आए थे तथा परिजनों के ऊपर स्प्रे करके उन्हें बेहोश कर दिया तथा एलआईसी प्रीमियम भरने के लिए रखे गए लगभग पचास हजार रुपए, पचास ग्राम सोना और पांच सौ ग्राम चांदी के जेवर, एक मोबाइल और कलाई घड़ी चोरी कर लिया था।
Comments on “इलाहाबाद में चलती बस से पत्रकार का सामान गायब”
Bhadas ji namaskar ,Aap ka lekhani aur bhadas ka jo khabar hai wah bahut achha hai hame bhi marg darsan de hum aap se kaise jur sakte hai AAP KA APNA
are patrkar je jab police apne mahkame ki choryiya nahi rok pa rahi to aap kis kheat ke muli ha– police par jyada dabav mat dena nahi to ek aur farji gudwork police kar degi