जम्मू-कश्मीर पुलिस ने फेसबुक और यूट्यूब पर दिखाए जा रहे तीन मिनट के वीडियो जिसमें युवक को सुरक्षाबलों के समक्ष नग्न अवस्था में परेड करवाई जा रही है, का संज्ञान लेते हुए दोनों नेटवर्क के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। श्रीनगर में लोकल केबल चैनल 9 टीवी पर भी पाबंदी लगा दी गई है। यूट्यूब और फेसबुक पर तीन मिनट की वीडियो क्लिपिंग दिखाई जा रही है, जिसमें दिखाया गया है कि सोपोर कस्बे में सुरक्षाबलों के जवानों ने एक युवक को नंगा करके उससे परेड करवाई।
कुछ लोगों ने यह क्लिपिंग मोबाइल फोन के जरिए और लोगों को देकर सुरक्षाबलों के खिलाफ दुष्प्रचार छेड़ा हुआ है। सीआरपीएफ ने बुधवार को ही इस क्लिपिंग का खंडन करते हुए कहा था कि सुरक्षाबलों की छवि को धूमिल करने के लिए यह झूठी क्लिपिंग तैयार की गई है और असलियत में ऐसा कुछ नहीं है। जेएंडके पुलिस ने जब इस क्लिपिंग की जांच की तो पाया कि केवल सुरक्षाबलों एवं पुलिस को बदनाम करने तथा लोगों में असंतोष पैदा करने के लिए तैयार की गई है।
जबकि ऐसा कोई मामला सोपोर में नहीं हुआ है। पुलिस ने दोनों नेटवर्क के खिलाफ मामला दर्ज कर दोषी व्यक्तियों को ढूंढ निकालने के लिए अभियान छेड़ दिया है। जो भी व्यक्ति या संस्था इस झूठी क्लिपिंग के लिए दोषी होगा उसके खिलाफ कानून कार्रवाई की जाएगी।
जेएंडके सरकार ने कथित रूप से अलगाववादियों के भड़काऊ भाषण एवं कार्यक्रम दिखा रहे लोकल केबल चैनल 9 टीवी पर बैन लगा दिया है। श्रीनगर के जिला मजिस्ट्रेट ने एसएसपी श्रीनगर को केबल टीवी पर तुरंत पाबंदी लगाने के लिए आदेश दिए हैं ताकि अवैध रूप से अलगाववादियों के भड़काऊ भाषण, सुरक्षाबलों पर पथराव, हड़ताल एवं प्रदर्शनों के दौरान लोगों द्वारा खुले तौर पर कानून का उल्लंघन करने के कार्यक्रम दिखाए जा रहे थे। केबल चैनल 9 टीवी के डायरेक्टर को कहा गया था कि केबल नेटवर्क रेगुलेशन एक्ट 1995 के तहत ही वह कार्यक्रम दिखाएं लेकिन उन्होंने नियमों का उल्लंघन जारी रखा और इसीलिए चैनल पर पाबंदी लगा दी गई है। साभार : भास्कर