दैनिक जागरण, बरेली में अब खबरें बिकने लगी हैं. अमर उजाला और हिंदुस्तान ने जिस खबर को प्रमुखता से छापा जागरण उसी खबर को घोंट गया. गीता नामक पाठिका ने पत्र भेजकर भड़ास4मीडिया को सूचित किया है कि प्रशासन ने एक भ्रामक विज्ञापन के मामले में नाइस कालेज पर छापेमारी की. इस खबर को अमर उजाला और हिंदुस्तान ने प्रमुखता से छापा पर जागरण इस खबर को पैसा लेकर खा गया.
गीता ने पत्र में लिखा है कि इस खबर के लिए संपादकीय के दो वरिष्ठों ने एक होटल में बैठकर इस खबर को न छापने के लिए समझौता किया था. इसके लिए एक लाख रुपये में डील हुई थी. इन दोनों संपादकीय कर्मियों ने सीजीएम एएन सिंह को अंधेरे में रखकर गुमराह किया तथा उन्हें गलत कहानी सुनाई. इस डील के बारे में एएन सिंह को कोई जानकारी नहीं दी गई.
Comments on “क्या दैनिक जागरण ने एक लाख रुपये लेकर खबर का प्रकाशन रोक दिया?”
theek kiya, kya galat kiya,
i am also aggery with prsahant ji
बिलकुल जागरण (दैनिक जागरण) बिकाऊ है जिसकी सत्ता होती है ये उसकी आरती उतारने लगता है