देवघर में इंडिया न्यूज संवाददाता सह दैनिक भास्कर के देवघर रिपोर्टर मुकुंद पंडित इन दिनों मुश्किल में हैं. एक चेक बाउंस होने के सिलसिले में पुलिस ने उन्हें दो घंटे थाने में बैठाए रखा. मामला पत्रकारिता का होने के चलते एसपी ने कुछ दिनों की मोहलत देकर इस मामले को निपटाने को कहा. अब जाकर पत्रकार महोदय की जान में जान आई है.
पेशे से इलेक्ट्रानिक सामानों के विक्रेता मुकुंद पंडित पिछले कुछ वर्षों से पत्रकारिता भी कर रहे हैं. इनके इलेक्ट्रानिक सामानों के कारोबार में वर्ष 2006 में इनके द्वारा दिया गया दस हज़ार का चेक बाऊंस हो गया था. इस संबंधित मामले में 22 अगस्त को देवघर पुलिस मुकुंद पंडित को उसके दुकान से उठाकर नगर थाने ले गई. जहां लगभग दो घंटे तक इस बात को लेकर जद्दोजहद होती रही की मुकुंद को हिरासत में भेजा जाए या नहीं.
चूंकि मामला इलेक्ट्रानिक और प्रिंट दोनों जगहों पर एक साथ काम करने वाले पत्रकार का था, इसलिए पुलिस के वरीय अधिकारियों के पास जब बात पहुंची तो उन्होंने मुकुंद को गिरफ़्तारी से बचने के लिए मामले को जल्द से जल्द निपट लेने की बात कह घर जाने दिया. एसपी ने उन्हें इस मामले का जल्द से जल्द निपटारा करा लेने को कहा. तब जाकर दो-दो प्रतिष्ठित हाउस के लिए सीना ठोक कर काम करने वाले इस पत्रकार ने राहत की सांस ली है.
इस संदर्भ में मुकेश पंडित से जब बात की गई तो उन्होंने कहा ऐसी कोई बड़ी बात नहीं थी. इस मामले में बहुत पहले ही कम्प्रोमाइज हो गया था. चूंकि केस उठाया नहीं गया था और मुझे पता नहीं था इसलिए कोर्ट में हाजिर नहीं हो पाया, जिसके बाद पुलिस ने मुझे बुलाया था. अब यह मामला खतम हो गया है कोई बड़ी बात नहीं है.