प्रसार भारती की सौवीं मीटिंग में फैसला लिया गया है कि अब फायनेंशियल गतिविधियां तीन सदस्यीय समिति के जिम्मे रहेगा. इस मीटिंग में फायनेंशियल मेंबर एके जैन का पॉवर सीज कर दिया गया. अब से यही तीन सदस्यीय कमेटी बजट का आंकलन-आबंटन एवं आसन्न प्रोजेक्टों पर काम करेगी. एके जैन फायनेंशियल समिति के मेंबर बने रहेंगे तथा वे इंटर्नल एकाउंट देखेंगे.
उल्लेखनीय है कि अभी तक प्रत्येक साल प्रसार भारती का बजट कैग यानी भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक द्वारा बनाया जाता था. इस बजट पर प्रसारण मंत्रालय अपना आक्रोश भी जताता रहा है. वहीं फायनेंशियल गतिविधियां चुनिंदा लोगों के हाथों में होती थी, जिससे तमाम दिक्कतें एवं परेशानियां होती रहती थीं. फायनेंशियल मेंबरों को जिम्मेदारी दी गई है कि वे संस्थान की वित्तीय गड़बडि़यों को क्लीयर करेंगे. बाकी की जिम्मेदारी नवीन कमेटी द्वारा निर्धारित की जाएगी.
नई गठित समति में दो बार बोर्ड के मेंबर रहे चार्टर्ड एकाउंटेंट सुनील कपूर, वरिष्ठ पत्रकार गोर्जी वर्गीस औए एक सदस्य फायनेंशियल बैकग्राउंड का सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा मनोनीत किया जाएगा. प्रसार भारती द्वारा यह कदम शक्तियों के विकेंद्रीकरण के लिए उठाए गए हैं. लाली के निलंबन के बाद यह बोर्ड मेंबरों की पहली बैठक थी, इसमें एके जैन एवं बीस लाली को भी अपनी बात कहने का पूरा मौका दिया गया.