: स्टिंग के शिकार टीवी पत्रकार ने किया पूरे घटनाक्रम का खुलासा : यशवन्त जी, नमस्कार, इससे पहले की मैं अपनी बात शुरू करूं, मैं आपको चन्द शब्दों में अपनी पारिवारिक स्थिति बयान करना चाहता हूं. मैं कुरुक्षेत्र के एक संभ्रांत व राजनीतिक परिवार से सम्बन्ध रखता हूं. ईश्वर की कृपा से अच्छी खासी जायदाद क़ा मालिक हूं.हम दो भाई हैं. मैं कुछ साल पहले अमेरिका से वापस आया.
अमेरिका से वापस अपनी पत्नी को पैरालिसिस का अटैक होने के कारण आना पड़ा. मेरा छोटा भाई अब भी अमेरिका में ही रह्ता है. मेरे दो लड़के वा एक बेटी है. बडा लड़का एम.बी.बी.एस डाक्टर है जो की बेल्जियम में रहता है व बेटी को भी एमबीए करवाने के पश्चात मैंने बेल्जियम के एक अच्छे परिवार में शादी करा दी है. छोटा बेटा पिछले 4 वर्षों से आस्ट्रेलिया में रह रहा है. मेरे बुजुर्ग मां बाप यहीं कुरुक्षेत्र में मेरे घर पर मेरे साथ रहते हैं. मेरी पत्नी आजकल मेरी बेटी के बच्चा होने के कारण पिछ्ले कुछ समय से बेल्जियम गई हुई हैं. मैं भी गया था मगर चैनल से ज्यादा दिन की छुट्टी ना मिलने के कारण चन्द दिन पश्चात ही वापस आना पड़ा.
अब सर मैं आता हूं मुद्दे पर. मै एमएच वन न्यूज चैनल का पिछ्ले तीन वर्षो से स्टाफर हूं. 2006 में अमेरिका से आने के पश्चात मैं पहले चैनल नंबर वन जो लुधियाना पंजाब से चलता था, उसका स्टेट ब्यूरो चीफ रहा. खुद डबल एमए एलएलबी हूं इसलिए थोड़े समय में ही समाज व मीडिया जगत में अपनी काबलियत के कारण इलाके में सभी वर्गों पर अपनी छाप छोड़ने में कामयाब तो हो गया मगर मेरी यह कामयाबी मेरे शहर के मेरे कुछ मीडिया के साथियों के गले से नीचे नहीं उतर रही थी. इसके चलते उन्होंने मेरे कैमरामैन अशोक यादव के साथ मिल कर मुझे बदनाम करने की घटिया व इन्सानियत से गिरी हुई साजिश रची. साजिश रचने वाले व्यक्ति जिसका नाम प्रदीप आर्या है ओर जो सुदर्शन टी.वी. का कुरुक्षेत्र से रिपोर्टर है, ने मेरे कैमरामैन अशोक यादव, जो कि एक गरीब परिवार से सम्बन्ध रखता है और जिसका मेरा कैमरामेन होने के चलते मेरे घर मे बेरोकटोक आना जाना था, को किसी तरह बहका फुसला कर मेरे घर में गुप्त कैमरे लगवा दिए. इसके जरिये मेरी एक महिला मित्र जिसकी लगभग 50 वर्ष की उम्र है वा मेरी नजदीकी पारिवारिक संबंध है, के साथ मेरी कुछ वीडियो बनवा लिए और फिर शुरू हुआ इनका मुझे वदनाम करने व बलैकमेल करने का दौर.
आज से लगभग डेढ वर्ष पहले इन्होंने मेरे चैनल पर ये क्लीपिंग्स भेजी व मेल करनी शुरू की. मुझे चैनल पर बुलाया गया व मेरे से सारी बात की तसल्ली की गई. मैंने बताया कि सर यह कोई लड़की नहीं है जो पत्रकार बनना चाहती है बल्कि यह तो लगभग 50 वर्षीय एक महिला मित्र है जिससे मेरे पारिवारिक सम्बन्ध हैं ओर हम दोनों पिछ्ले काफी समय से एक दूसरे की सहमति से अच्छे मित्र हैं. उसके बाद मैंने अशोक यादव को हटा दिया व खुद ही अपना काम सम्भाल लिया. जब प्रदीप आर्या ने देखा की उसका यह वार खाली चला गया है तो उसने फिर मुझे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया.
मैं अपनी इज्जत को बचाने की खातिर में काफी समय तक उसका मुंह बन्द करता रहा मगर सहने की भी एक हद होती है. गल्ती से एक दिन मेरे मुंह से निकल गया कि जो तुम्हें करना है कर लो, बस फिर क्या था, इसने सोचा की जितना जूस निकालना था वो तो निकाल लिया, अब इस व्यक्ति की सामाजिक प्रतिष्ठा के साथ खिलवाड़ करना शुरू कर दो. आज से लगभग ४-५ दिन पहले मुझे कुरुक्षेत्र में पत्रकार बन्धुओं के व अन्य लोगों के फोन आने शुरू हो गए की प्रदीप आर्या आपकी कोई फिल्म हम सब को दिखाता फिर रहा है. इस तरह उसने समाज में मुझे वदनाम करने की खातिर आपके जैसे प्रतिष्ठित वेबसाइट को एक माध्यम बनाया.
मेरी साथी महिला भी एक राजनीतिक परिवार से है ओर जिले की एक राजनीतिक दल की पदाधिकारी है वा लगभग ५० वर्षीय है, ना की 16 वर्ष की लड़की, जैसा कि अपना गिरा हुआ उद्देश्य हाल करने की खातिर प्रदीप आर्या आरोप लगा रहा है. उस महिला को तो बेचारी को कम्प्यूटर भी चलाना नहीं आता. यह कहना भी सरासर झूठ है कि मैं अकेला रह्ता हूं. आप अपने किसी भी नुमाइंदे को कुरुक्षेत्र भेज कर मेरे घर की तसल्ली कर सकते हो. मेरे बुजुर्ग मां-बाप मेरे साथ रहते हैं व अगर पिछ्ले तीन-चार महीनों की बात छोड़ दी जाये तो मेरी पत्नी भी यहीं घर पर रहती थी जो की अब किसी भी समय बेल्जियम से वापस आ सकती है. ऐसे में कैसे सम्भव है कि एक व्यक्ति सारे परिवार के साथ रहते हुए घर में लड़कियो को बुलाये व उनके साथ शारीरिक संबंमध बनाता रहे. मैं कुरुक्षेत्र के सेक्टर 13 मे 765 नंबर मकान में रहता हूं ओर मुझे अपनी तहकीकात कराने में या कोई भी सच्चाई बताने में आपति नहीं है.
इस आदमी प्रदीप आर्या की सामाजिक रेपुटेशन यह है कि एक बार कुरुक्षेत्र के द्रोणाचार्य स्टेडियम में सांसद नवीन जिन्दल के एक कार्यक्रम में इसने माइक पकड़ कर नवीन जिन्दल के खिलाफ ही ऊल जुलूल बोलना शुरू कर दिया था. तब उसके मार्शलों ने इसे उठा कर नीचे फेंक दिया. झगड़ालू प्रवृति का व्यक्ति है ओर निम्नता के किसी भी स्तर तक जा सकता है. कुरुक्षेत्र के जिन्दल हाउस में इसका प्रवेश वर्जित है. इस घटना की बाबत सारा कुरुक्षेत्र जानता है. एक महिला, जैसा कहा गया है कि वो पीड़ित लड़की है, सेंडस्पेस से फाइलें भेजना तो जानती है मगर पब्लिक टेलीफोन बूथ से आपसे बात कर अपना नंबर देना नहीं जानती, अपनी पहचान की पुष्टि कराना नहीं जानती. मेरे खयाल में इंडिया मे काम करने वाले 90 फीसदी से ज्यादा व्यक्तियों को सेंडस्पेस का इस्तेमाल करना नहीं आता. इससे यह स्पष्ट होता है कि यह एक पीड़ित लड़की का काम ना हो कर मीडिया जगत के एक व्यक्ति का कारनामा है जो आपकी अति प्रतिष्ठित साइट के माध्यम से मुझे वदनाम करना चाहता है.
मेरे चरित्र की तसल्ली आपने करनी हो तो आप कुरुक्षेत्र के उपायुक्त, अतिरिक्त उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक, उपमंडल अधिकारी, सिटी मजिस्ट्रेट व अन्य उच्च अधिकारियों से कर सकते हो. या मेरे बारे में मेरे चैनल के पदाधिकारियों से पूछ सकते हो कि किस तरह क़ा मेहनती, इमानदार शख्सीयत का मालिक हूं. महज मुझे वदनाम करने की साजिश इस प्रदीप आर्या नामक व्यक्ति ने रची है जो मेरी सफलता को बर्दाशत नहीं कर पा रहा. खुद ईर्ष्या की आग में जलते हुए मुझे बदनाम कर रहा है और कुरुक्षेत्र में लोगों को मेरा वो क्लीपिंग्स दिखाता फिर रहा है.
अगर आप चाहें तो अपने प्रतिनिधि को कुरुक्षेत्र भेज दें, मैं आपको व आपके नुमाइंदे को उक्त महिला से मिलवा भी सकता हूं. जनाब आपसे गुजारिश है कि हमारे सम्बन्ध अगर किसी हद तक थे भी तो वो आपसी सहमति से बने हुए हैं, ना कि जोर जबर्दस्ती से. रही बात लोगों को ब्लैकमेलिंग की तो आप सर अन्दाजा लगा सकते हैं कि जिस व्यक्ति के तीनों बच्चे विदेश मे रह रहें हों और जो खुद जायदाद का मालिक हो वो भला पैसे कमाने में विश्वास रखेगा या सामाजिक प्रतिष्ठा पाने में. यह सब मनगढ़ंत बाते हैं जिनका कोई वजन नही है. मेरे उत्कृष्ट कार्य को देखते हुए ही मेरे चैनल ने मेरी एक्रीडेशन भी इस फरवरी २०१० में करवा दी. यह बात भी इन लोगों के गले से नीचे नहीं उतर रही है.
अगर मैंने उस औरत के साथ कोई जोर-जबर्दस्ती की होती तो भला इन लोगों से कोइ पूछे कि क्यों नहीं आज तक मेरे खिलाफ उसने किसी भी थाने में कोई रपट वगैरह लिखवायी. मेरी साफ कहना है कि यह सब प्रदीप आर्या जैसे खिसियाये हुए व्यक्ति की एक ओछी सोच है जो मुझे पूरी तरह से नोचने के पश्चात अब मेरी सामाजिक प्रतिष्ठा आपकी साईट के माध्यम से दांव पर लगा रहा है. मैंने अपने वकील से राय करने के पश्चात कोशिश कर रहा हूं कि इस व्यक्ति वा इसके साथी अशोक यादव जिसने इस जघन्य कार्य में उसका साथ दिया है, के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करुं. इसलिए आप से अनुरोध है कि आप मेरी सहायता करें व प्रदीप आर्या जैसे फरेबी व्यक्ति द्वारा भेजी गई इस मनगढ़ंत कहानी को अपनी प्रतिष्ठित साइट से डिलीट करवाने के आदेश जारी करें. इसके अतिरिक्त भी अगर कोई इस संबंध में जानकारी चाहिए तो मुझे देने में खुशी होगी.
के.पी.एस.मारवाह
७६५/१३ अर्बन इस्टेट
कुरुक्षेत्र
मोबाइल- 09050700019
मेल- kmarwaha887@gmail.com
Comments on “प्रदीप आर्या और अशोक यादव ने मुझे फंसाया”
kya bat marwaha ji,
ye huyi mardon wali bat ! charitrahanan karne walon ko aise hi jawab diya jana chahiye mardon ki juban men. ab lakshagriha banane wale pradeep arya aur ashok yadava ko chullu bhar pani dhoondh kar mar jana chahiye.
lohiya kahate the ki agar kisi aurat ke sath sambandh men shoshad aur zabardasti nahin hai to wah puri tarah jayaj hai. to aap ka sambandh jis bhi kisi mahila mitra se hai wah puri tarah jayaj hai. aur jis mardangi aur imandari se aap ne ise sweekar kiya hai wah puri tarah sailuting hai.
aap ko bahut badhayi.
seekh lene wali baat bhadas ke editor se hai,jinhone jaldbaji me is khabar me masala lagakar sansani banane ke bajay sabra rakha, verna sare bikau meterial is khabar me maujood the…sex,mms,rich family n conspiracy
MARWAHA JI AAP KO YAH KAAM BAHUT PAHLE KARNA CHAHIEY KHAIR DER SE HIN SAHI AAP NE CHUP-CHUPI TODI HAI>AAP APNE JAGAH SAHI HAIN AGAR AAP EK SATH RAHE BHI TO AAPSI RAJAMANDI KOI BHI I.P.,C ME APRADH NAHI HAI.
BHAI AAP KE SATH OR LOG BHI ES JANG ME HAI AAP APNI LADAI LARTE HUEY PATRAKARITA KARTE RAHEN.
LEKIN EN BADJATON SE SAWDHAN RAHEN .
BHADASH 4 MIDEA KE DWARA AAP KA PAKCHH JANA KUSHI ES BAAT KI HAI KI BHADASH 4 MIDEA NE AAP KE PAKCHH KO BHI HUM REPORTER’S KE SAMNE RAKHA HAI.ANT ME YAHI KAHUNGA KI——–
TARK AKSAR WAH SABIT KAR DETA HAI JO SATYA NAHI HAI.AISE ME APNE BIRADRI SE YAHI KAHUNGA KI INKA SATH DEN.
यशवंतजी, लड़कीबाज टीवी पत्रकार स्टिंग का शिकार खबर पड़ी दुबारा पड़ी तो मन में विचार आने पर आप से मुखातिब हु लगता है की विशुद खबरी साईट आपसी लडाई का मंच बन गयी है खबर की पीछे कुछ और ही खबर है असलियत में सुब कुछ मीडिया के भाई लोगो की ही प्लांटेशन है कुछ बाते जो हजम नहीं होती और वही आप के अन्सुल्जे सवाल मेरे जेहन में भी कोंध रहे हैं स्टिंग किसने किया और कैसे हुआ?. . कैसे माना जाए कि रिपोर्टर लड़की को एक्सप्लायट कर रहा है. जब किसी थाने में रिपोर्ट दर्ज नहीं तहरीर नहीं लड़की बारे अता पता नहीं ? दो लोगों ने अपनी सहमति से संबंध बनाए, रिश्ते रखे. फिर इसे कैसे गलत साबित किया जा सकता है.पत्रकार, जो आरोपी पत्रकार से खार खाए है, इस वीडियो को किसी तरह हालिस करने के बाद पीड़ित लड़की के नाम का आड़ लेकर आरोपी पत्रकार की शिकायत कर रहे है .लड़की इंटरनेट यूज कर सकती है, हिंदी में इतना कुछ टाइप कर सकती हैं, सेंडस्पेस पर वीडियो के कई टुकड़े अपलोड कर भेज सकती हैं तो मोबाइल फोन कैसे नहीं इस्तेमाल कर रहीं होंगी बात हजम नहीं हुई .
lucknow me aise bahut sare tv me kaam karne wale hai jo larkiye ko job dene ke lalach me estamal karte hai. mere sath bhi kuch hone wala the but hum un chugal se bach gaye
Marwah ji
Its true that you are with the said lady in clip and very honestly you have accepted it and it must be appriciated but at the same time you are no where in objectionable position .Lying with a lady who is closed friend of yours is not any crime and who gave them the right to intervene in your private life ,its completely invasion of privacy and also unconstitutional and the biggest issue is that if she does not have problem in making relations with you then why others are worrying ,it simply indicates that its a planted story which is made to blackmail you via one of your weakness,
Any way …..do complaint about him in sudarshan as Mr.Suresh chavhanke is a person with neat and clean mind….
Kranti
Is safaainaame mein kaha gaya hai ki……साजिश रचने वाले व्यक्ति, जिसका नाम प्रदीप आर्या है ओर जो सुदर्शन टी.वी. का कुरुक्षेत्र से रिपोर्टर है . Sudarshan TV …? Oh ! Iska Chairman Suresh Chwahanke to khud ………… . Pahle Sudarshan TV …… par baad mein is Channel ke Malik ki in Aadaton ne to pura mahule………… . Pradip arya ji to Sudarshan ke saath Lambe samay se jude hain , par unke baare mein aisa suna nahi, Lihaaza behad aashcharya hua aur dukh bhi ! Shaayad Sudarshan ke Chairman ki sangati …………….. ?
YASHWANT JI AAP NISHCHIT ROOP SE BADHAI KE PATRA HAI KI AAPNE JANTA KO APNT BAAT KEHNE KE LEYA EK PLATEFORM DE RAKHHA HAI LOG BE DHADAK APNI BAAT KEH SAKTE HAI AUR AAP NISHPAKSH DONO PAKSHO KO MOUKA DETE HAI
Puja ji .
will u please disclose name of those or hint about those who acts like this with girls.Its important to know for everybody who are connected with UP journalism ..certainly we will socialy bycot them and atleast me will certainly…
Kranti
पिछले दिनों हरियाणा के कुछ पत्रकारों द्वारा अपने ही साथियों के साथ किये व्यवहार जिसको उन्होने स्टिगं का नाम दिया पर चंद शब्द कहने को दिल चाह रहा है। ख़बर देख कर कोई नतीजा ना निकालते हुए सिर्फ हम इतना ही कहना चाहते है कि किसी जब तक किसी निजी स्वार्थ या विद्वेश के कोई भी ख़बर होती रहेगी उसमे पत्रकारिता की झलक मिलती रहेगी। बहरहाल एक लड़की को नौकरी दिलाने या एंकर बनाने का लालच देकर हरियाणा के एक पत्रकार द्वारा कथित तौर पर यौन शोषण किये जाने की ख़बर पर उस आरोपी पत्रकार ने जो सफाई दी उसे देख कर पाठक खुद ही अंदाज़ा लगा लेगें कि असल ख़बर क्या है। हम क़लम के सिपाहियों को ये याद रखना चाहिए कि तलवार का घाव भर सकता है… मगर क़लम से लगा ज़ख्म कभी कभी नासूर भी बन सकता है….समाजहित में, जनहित मे,भ्रष्टाचार के विरुद्ध स्टिगं करो। समाज में फैली हर बुराई को उधेड़ कर फेंक दो। मगर ये ध्यान रहना चाहिए कि दूसरे पर उंगली उठाते वक्त तीन उंगलियां हमारी तरफ तो कोई इशारा नहीं कर रही। पत्रकारिता की आड़ में कोई निजी विद्वेश या उद्देश्य तो नहीं सध रहा। आपसी रिश्तों का तो अपमान नहीं हो रहा। छोटा मुंह बड़ी बात से माफी चाहते हुए यही कहना है कि बेहद सम्भाल कर अपनी शक्ति का इस्तेमाल किया जाए.
inke khilaf fir darj karoa.chuti bana rahe hai patarkarita ke nam par.
marwaha ji, aap apni jagah par bilkul sahi h. magar ek baat kabile tarif h ki auro ka sting karne walo ka bhi koi sting kar gaya.aise mein kisi ki bhiprivate life safe nahi h. sach ko samne rakhne ke liye aap bhadai ke paatar h.
श्रीमान जी प्रदीप आर्य और अशोक यादव बारे सारा कुरुक्षेत्र जनता है कि दोनों कितने दूध के धुले हैं ये दोनों किसी भी एनेगल से पत्रकार नहीं हैं दोनों के चैनल कि कोए विएवुर्शिप नहीं है लकिन पर्शासन और लोगो को दीखाने के लिए सबसे आगे केमेरा तान कर खड़े हों जाते हैं कि मानो यही असली पत्रकार हैं और बाकि सब सड़क छाप न तो कोइ सेक्ष्निक योग्यता न अपना आई क्यू न ही विजन तभी हर कोइ धक्के मार बाहर करता है कुरुक्षेत्र के लोगो को दोनों की reputation का पता है दर्जनों बार पिट चुके दोनों blakmailer अशोक यादव बारे सारा कुरुक्षेत्र जनता है कि वो अमर उजाला में चपड़ासी था और आज भी उसकी वही मानसिकता है ब्रिज गुप्ता की केबल में उसकी वही पोस्ट है जो अमर उजाला में थी और अंगूठा छाप प्रदीप आर्य जी अपनी qualafication तो जरा बता दो ताकि हमे भी पता चले कि कितने विद्वान हों जो कभी कुमार स्वामी तो कभी नवीन जिंदल तो …………. ………….. से भिड जाते हों अंत में एक नेक सलाह जब घर में नहीं दाने तो अम्मा कहा जाये गी दाने भुनाने चाँद पर मात थूक
Yashwant ji u r very senior journalist & today 95% journalist trust on bhadas & wait for latest news i know u r not god but i request & give suggestion that pls dont publish fack news otherwise public will not trust on this site i.e u publish news of kps marwah i agree he has no reputation in city but persons provide u news r not reliable & they have no reputation they all black ships in journalism pls ask them there qualification & back ground of family pls dont give chance to public for discussion
kai dino se dekh raha houn aur samjhne ki koshish kar raha houn ki patrkarita mein itni giravat kyun aa gayi yeh patrkar bhai agar apas mein uhi larte rahe to kaphi bura hoga logo ko surkhiyo mein lane vale aaj khud surkiyon mein hai meri to sabse request hai ki mil jhul kar raho ekta mein bal hai yashwant ji apko bhi kahna chaunga ki kisi ki ijat aise mat ucalo jab apke ke uper parti hai tab to aap media ko ikatha rahena ko kaheto ho dohri chaale mat chaleye