लंबे समय से भ्रष्ट पुलिस अफसरों के कारनामों को जगजाहिर करने की गाज पहले ही सिपाही सुबोध यादव के उपर बर्खास्तगी के रूप में गिर चुकी है, लेकिन अभी भी भ्रष्ट पुलिस अफसरों को लगता है कि सुबोध उनकी मुश्किलें बढ़ायेगा। इसीलिए पुलिस के आला अफसरों ने इस बार पुलिस महकमे में कार्यरत सुबोध की पत्नी पर निशाना साधा है। सुबोध की पत्नी का तबादला इटावा से लखनऊ कर दिया गया है।
ऐसा करने के पीछे सिर्फ एक कारण माना जा रहा है कि पुलिस के भ्रष्ट अफसर सुबोध की बीबी के जरिये सुबोध पर दबाब डालना चाह रहे हैं। इटावा में तैनात रहे सुबोध यादव को जीआरपी गोरखपुर में नौकरी के दौरान पहले निलंबित किया गया। उसके बाद अनुशासनहीनता का आरोप लगाकर बर्खास्त कर दिया गया। उन पर आरोप था कि उन्होंने पुलिस वेलफेयर एसोसिएशन का अवैध गठन किया। अब पुलिस महकमे में ही कार्यरत उनकी पत्नी मिथलेश यादव का तबादला किया गया है। पुलिस मुख्यालय इलाहाबाद के पुलिस उपाधीक्षक स्थापना मोहम्मद इरफान अंसारी के 26 सितंबर के आदेश में कहा गया कि एएसआई (एम) श्रीमती मिथलेश यादव को जनपद इटावा से लखनऊ परिक्षेत्र स्थानांतरित किया जाता है।
आदेश की प्रति एसएसपी इटावा को भेजी गई है। इसमें एएसआई (एम) श्रीमती यादव को तत्काल कार्यमुक्त कर अवगत कराने को कहा गया है। यह भी उल्लेख है कि यदि इसमें कोई प्रशासनिक/ नीतिगत बाधा हो तो तत्काल पुलिस मुख्यालय इलाहाबाद को अवगत कराएं। पुलिस महानिरीक्षक लखनऊ परिक्षेत्र को भी प्रेषित प्रति में एएसआई (एम) मिथिलेश यादव के आगमन की सूचना एवं जनपद आबंटित करते हुए पुलिस मुख्यालय को अवगत कराने को कहा गया है। सुबोध यादव ने तबादले की कार्रवाई को द्वेषपूर्ण बताया है। सुबोध ने कहा कि डीजीपी के इशारे पर मनमाने तरीके से कार्रवाई की जा रही है। अपनी पत्नी के तबादले के आदेश के खिलाफ वह कोर्ट जाएंगे। अपनी बर्खास्तगी के आदेश पर कहा कि निर्धारित प्रक्रिया के तहत कार्रवाई जारी है।
अपनी बीबी के तबादले करने को लेकर सुबोध का कहना है कि हठधर्मी अफसरों की ओर की गई कार्रवाई से साफ जाहिर हो रहा है कि वो कमजोर पुलिसजनों की लड़ाई मे बाधा पैदा करना चाहते हैं, लेकिन किसी भी दबाब से उनकी लड़ाई कमजोर नहीं होगी। हम इंसाफ मिलने तक अपनी लड़ाई जारी रखेंगे चाहे इसकी कोई भी कीमत क्यों न चुकानी पड़े। गौरतलब है कि सुबोध यादव और उनके भाई पुलिस विभाग में व्याप्त तमाम भ्रष्टाचारों के खिलाफ लम्बे अरसे से अपनी लड़ाई जारी रखे हुए हैं।
इटावा से दिनेश शाक्य की रिपोर्ट.
अख्तर
September 29, 2011 at 4:15 pm
आपको लगता है पुलिस विभाग के खिलाफ छेड़ी गयी जंग में ईमानदार लोग सुबोध यादव का पक्ष लेंगे.
neel kamal
September 29, 2011 at 6:19 pm
आज हर इमानदार पुलिस कर्मी को सुबोध के साथ खड़े होना चाहिए , नहीं तो एक दिन एसा आयेगा जब भ्रष्ट पुलिस अफसर आस्तीन मे छुपे साप की तरह हर इमानदार पुलिस कर्मी को पुलिस बल से बहार का रास्ता दिखा देंगे, तब देश का क्या हाल होगा l