: प्रसार भारती को स्वतंत्र करने की मांग : भारतीय रेडियो श्रोता संघ, कैथनपुरवा रायबरेली ने रविवार 13 मार्च को यूपी प्रेस क्लब, लखनऊ में बीबीसी हिंदी रेडियो सेवा में कटौती और लोक सेवा प्रसारण की चुनौतियों पर एक सभा का आयोजन किया. इसमें बीबीसी और प्रसार भारती के संदर्भ में चर्चा एवं विचार-विमर्श किया गया.
सभा ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित कर बीबीसी हिंदी रेडियो सेवा को पहले की तरह जारी रखने की मांग की. साथ ही साथ इस बात पर भी बल दिया गया कि भारत सरकार प्रसार भारती को बीबीसी की तरह स्वायत्तशासी बनाए और आकाशवाणी तथा दूरदर्शन को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करे.
वक्ताओं में पूर्व सूचना आयुक्त ज्ञानेद्र शर्मा, मनोचिकित्सक डा. एससी तिवारी, लखनऊ विश्विद्यालय के प्रवक्ता मुकुल श्रीवास्तव, आकाशवाणी के सीनियर प्रस्तोता प्रतुल जोशी, आकाशवाणी के इंजिनियर पीके वर्मा, बीबीसी के संवाददाता राम दत्त त्रिपाठी और रेडियो श्रोता संघ के सचिव अर्जुन सिंह भदौरिया प्रमुख थे.
Comments on “बीबीसी हिंदी सेवा को बचाने के लिए श्रोता संघ आगे आया”
बीबीसी हिंदी की पैरवी करने वालों से मेरा एक छोटा सा सवाल….. ये मुझे पता है कि मेरे इस सवाल के साथ ही न जाने कितनों की अंगुलियां मेरी ओर उठ जाएंगी। और हो सकता है कि मुझ पर हिंदी विरोधी होने की तोहमत भी लग जाए। लेकिन मेरा एक विनम्र प्रश्न है कि बताएं जरा कि आप लोगों ने रेडियो पर बीबीसी हिंदी आखिरी बार कब सुना था। अगर ईमानदारी से जवाब दें तो पता चल जाएगा कि इक्का दुक्का लोगों को छोड़कर बीबीसी हिंदी सेवा के ये कथित हिमायती खुद कितनी बार बीबीसी हिंदी सुनते हैं। ये प्रकृति का नियम है कि जो चीज आउटडेटेड हो जाती है, धीरे धीरे खत्म भी हो जाती है। बेवजह का हो हल्ला कृपया बंद करें।