पंजाब केसरी जालंधर प्रबंधन ने अपनी एक महिला पत्रकार के भाइयों को कानून के फंदे से बचाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी। बताया जा रहा है कि पंजाब केसरी अम्बाला में कार्यरत एक महिला पत्रकार के दो भाइयों के खिलाफ पुलिस ने किसी और के एटीएम से चार लाख से ज्यादा लाख रुपए निकालने के आरोप में केस दर्ज किया था।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू की, तो महिला पत्रकार ने पुलिस पर पत्रकारिता का रौब जमाते हुए मामले को रफा-दफा कराने का प्रयास किया। इसके बाद भी जब पुलिस अपना काम ईमानदारी से करने लगी, तो पत्रकार ने दोनों भाइयों को बचाने के लिए प्रबंधन से गुहार लगाई। जिस समय पुलिस दोनों भाइयों को गिरफ्तार करने की तैयारी कर रही थी, प्रबंधन ने अंबाला ऑफिस के मैनेजर विशाल वालिया और रविंद्र पांडेय को थाने में जाकर मामले का निपटारा कराने का फरमान सुना दिया। दोनों ने थाने में जाकर मामले को निपटवाने का प्रयास किया, तो पुलिस ने दोनों की जमकर फजीहत करते हुए वहां से भगा दिया। आखिरकार पुलिस ने दोनों भाइयों को गिरफ्तार करने के बाद अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत के तहत जेल भेज दिया गया। गलत लोगों का साथ देकर पंजाब केसरी प्रबंधन ने अपनी ही किरकरी कराने का काम किया। भास्कर ने इस खबर को अम्बाला एडिशन में प्रथम पेज पर प्रकाशित किया है. नीचे भास्कर में प्रकाशित खबर.
खाते से 4 लाख गायब करने वाले दो भाई काबू
: कैंट में बब्याल के रहने वाले हैं दोनों : भास्कर न्यूज (अम्बाला-पंचकूला) : अपने ही बैंक के ग्राहक का एटीएम इस्तेमाल कर उसे 4 लाख 19 हजार रुपए का चूना लगाने वाले बैंक कर्मी व उसके भाई को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी बैंक कर्मी निखिल व अंकुर को वीरवार कोर्ट में पेश किया गया, जहां से दोनों को ज्यूडिशियल रिमांड पर भेज दिया गया है। पुलिस के मुताबिक एटीएम से निखिल ने सिर्फ 29 हजार रुपए निकाले थे, जबकि उसके भाई ने बाकी की रकम निकाली थी। अंकुर अंबाला में बीएससी का स्टूडेंट है। राणा कांप्लेक्स बब्याल अंबाला कैंट निवासी निखिल शर्मा सेक्टर-9 स्थित इंडस इंड बैंक की ब्रांच में बतौर रिलेशनशिप मैनेजर तैनात था। निखिल का काम बैंक के ग्राहकों से मेल जोल रखना था और वह ऐसे ही एक ग्राहक से मिला, जिनका नाम अतर चंद है और उनका इसी बैंक की सेक्टर-11 ब्रांच में खाता है। निखिल ने अतर चंद को कहा कि अगर वे अपनी एफडी सेक्टर-11 से सेक्टर-9 की ब्रांच में शिफ्ट कर लेते हैं, तो उन्हें ज्यादा ब्याज मिलेगा। अतर ने अपना डेबिट कार्ड उसे देकर रिन्यू कराने के लिए कहा। निखिल ने कस्टमर केयर से किसी तरह उस कार्ड का पिन उपलब्ध कराया और 30 जुलाई से 8 अगस्त के भीतर विभिन्न एटीएम मशीनों से 4 लाख 19 हजार रुपए अतर के खाते से निकाल लिए।
एक पत्रकार द्वारा भेजा गया पत्र.
virendra singh
November 9, 2011 at 2:29 am
aaj ke time m patrakaro ki b fajihat hone lagi h. jabki aaj ke…………..