लखनऊ। एक अच्छी खबर है। हिंदी के प्रतिष्ठित लेखक श्रीलाल शुक्ल को इलाज के लिए साहित्य अकादमी ने एक लाख रुपए की मदद स्वीकृत की है। यह पहली बार हुआ है कि साहित्य अकादमी ने किसी हिंदी लेखक को इलाज के लिए इतनी बड़ी सहायता दी है। उल्लेखनीय है कि श्रीलाल शुक्ल गोमती नगर स्थित सहारा हास्पिटल में बीते हफ़्ते से भर्ती हैं और उन की हालत में निरंतर सुधार हो रहा है।
अभी श्रीलाल जी को ज्ञानपीठ सम्मान भी राज्यपाल श्री वी. एल.जोशी ने सहारा हास्पिटल में जा कर उन्हें दिया था। साहित्य अकादमी तथा व्यास सम्मान सहित तमाम सम्मान श्रीलाल जी को मिल चुके हैं। रागदरबारी उपन्यास श्रीलाल जी का बेस्ट सेलर उपन्यास है। इसी उपन्यास पर उन्हें चालीस साल पहले साहित्य अकादमी भी मिला था। लखनऊ के मोहनलालगंज के पास बसे गांव अतरौली के श्रीलाल शुक्ल पद्म भूषण से भी बीते साल विभूषित किए गए थे। अब वह कोई दो साल से अस्वस्थ चल रहे हैं। साहित्य अकादमी के उपाध्यक्ष विश्वनाथ प्रसाद तिवारी ने बताया कि यह पहली बार है कि साहित्य अकादमी ने किसी हिंदी लेखक को इलाज के लिए कोई धनराशि उपलब्ध कराई है।
अकादमी में ऐसी कोई नियमावली भी नहीं है। [इस के पहले एक बार बांग्ला भाषा की लेखिका मल्लिका सेनगुप्ता को भी साहित्य अकादमी द्वारा इलाज के लिए मदद दी गई थी। उन्हें कैंसर था। अब वह दिवंगत हैं।] पर श्रीलाल जी के हिंदी में अवदान को देखते हुए यह फ़ौरी निर्णय लिया गया है। यह एक लाख की धनराशि चेक से सहारा हास्पिटल के नाम आज भेज भी दी गई है। गौरतलब है कि साहित्य अकादमी के इतिहास में भी यह पहली बार हुआ है कि हिंदी का कोई लेखक साहित्य अकादमी का उपाध्यक्ष हुआ है। विश्वनाथ प्रसाद तिवारी पहले भी साहित्य अकादमी में हिंदी के संयोजक थे। अब उपाध्यक्ष हैं। वह आज रात कनाडा जा रहे हैं। टोरंटो, ओटावा में हिंदी फ़ेस्टिवल में शिरकत करने। 12 सदस्यीय भारतीय लेखकों के एक प्रतिनिधिमंडल का वह नेतृत्व करेंगे। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी श्रीलाल शुक्ल का हालचाल उन के परिवारीजनों से लिया है।
लेखक दयानंद पांडेय वरिष्ठ पत्रकार तथा उपन्यासकार हैं. दयानंद से संपर्क 09415130127, 09335233424 और dayanand.pandey@yahoo.com के जरिए किया जा सकता है.