खबर है कि संजय पाठक ने टीवी टुडे ग्रुप के हेडलाइंस टुडे से इस्तीफा दे दिया है. वे हेडलाइंस टुडे में एसोसिएट एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर थे. वे अपनी नई पारी कहां से शुरू करने वाले हैं इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है. पर चर्चा है कि वे किसी दूसरे प्रोजेक्ट से जुड़ने वाले हैं. टीवी टुडे ग्रुप के साथ ये उनकी दूसरी पारी थी.
संजय हेडलाइंस टुडे आने से पहले सहारा समय से जुड़े हुए थे. वे वहां कंटेंट एडिटर हुआ करते थे. करीब सात वर्षों तक संजय आजतक में इसके पहले रहे हैं. पाठक तब ‘आजतक’ में रिसर्च और प्लानिंग का काम संभाल रहे थे. आजतक के बाद संजय पाठक ‘समय’ के साथ जुड़े जहां उन्होंने आउटपुट का जिम्मा संभाला था. ‘समय’ की टीआरपी और कार्यप्रणाली को पटरी पर लाने में संजय पाठक का अहम योगदान माना जाता रहा है. संजय पाठक को मीडिया में 17 सालों का अनुभव है और इससे पहले वे कई विभिन्न संस्थानों में अपनी सेवाएं दे चुके हैं.
संजय को साहित्य का शौक है. हिंदी कविता उनकी दीवानगी है. वे आजकल भारतीय चुनाव प्रणाली पर एक किताब भी लिख रहे हैं जो शीघ्र ही आनेवाली है. झारखंड के लातेहार जिले के रहने वाले संजय जैन टीवी, सी वोटर और आंखों देखी में भी काम कर चुके हैं. भावी योजनाओं के बारे में जानने के लिए जब संजय के मोबाइल पर संपर्क किया गया तो वो अनअवलेबल बताता रहा.