दुर्ग जिले में न्यूज चैनल के रिपोर्टर सहित चार लोगों पर एक ठेकेदार को जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज हुआ है. यह मुकदमा एक ठेकेदार दिनकर राव बरेठवार ने दर्ज कराया है. ठेकेदार दिनकर ने आरटीआई डालकर एक आईएफएस ऑफिसर आलोक कटियार के कार्यकाल की जानकारी मांगी थी. इसके बाद ऑफिसर सहित इन लोगों ने दिनकर को फोन पर जान से मारने की धमकी दी. हालांकि तहरीर में नाम दिए जाने के बावजूद पुलिस ने आईएफएस अधिकारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया.
जानकारी के अनुसार वन विभाग के ठेकेदार दिनकर ने सूचना अधिकार के तहत आवेदन देकर पांच सौ करोड़ रुपये की गड़बड़ी घोटाले के बारे में जानकारी मांगी थी. इसके बाद दिनकर के मोबाइल पर दस अप्रैल को दो मोबाइल नम्बरों से कॉल आई. काल करने वाले ने अपना नाम हारुन बताया. वे लोग कार से दिनकर के पास पहुंचे तथा उन्हें आरटीआई वापस न लेने पर जान से मारने की धमकी दी. इसके बाद हारुन ने रायपुर में मौजूद आईएफएस अधिकारी आलोक कटियार से मोबाइल पर बात कराई. इसके बाद सुनील नामदेव ने बात किया तथा आरटीआई वापस लेने का दबाव डालते हुए कहा कि अगर आरटीआई वापस नहीं लिया तो हमलोगों के आदमी तुम्हें जान से मार देंगे. इसके बाद वे लोग चले गए.
दिनकर ने 12 अप्रैल को हारुन, नंदू, गुलाब और सुनील के खिलाफ दुर्ग में मुकदमा दर्ज कराया. दुर्ग पुलिस ने आईपीसी की धारा 506, 507 तथा 34 के तहत इन चारों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया. बताया जा रहा है कि सुनील नामदेव आजतक से जुड़े हुए हैं. दिनकर ने आरोप लगाया है कि पुलिस आलोक कटियार को बचाने की कोशिश कर रही है, जब उसने उनके खिलाफ भी लिखित तहरीर दी तो किन कारणों से उनके खिलाफ मुकदमा नहीं लिखा गया.