मुंबई. भारतीय पाठक सर्वेक्षण (आईआरएस)-2011 की दूसरी तिमाही के परिणाम जारी हो गए हैं। इसके मुताबिक, दैनिक भास्कर समूह ने तीन महीनों में 1.58 लाख पाठक जोड़े हैं। पिछले कई सालों की तरह इस बार भी यह 1.82 करोड़ पाठकों के साथ देश का सबसे बड़ा समाचार पत्र समूह बना हुआ है। ताजा आंकड़ों में दिव्य मराठी और दैनिक भास्कर झारखंड के संस्करणों के पाठकों को शामिल नहीं किया गया है।
हाल ही में दिव्य मराठी के औरंगाबाद, नासिक और जलगांव संस्करण लॉन्च किए गए हैं। जबकि झारखंड के रांची, धनबाद और जमशेदपुर में दैनिक भास्कर के संस्करण हैं। दैनिक भास्कर 91.37 लाख शहरी पाठकों के साथ देश का सबसे बड़ा शहरी अखबार भी बना हुआ है। शहरों में टाइम्स ऑफ इंडिया की तुलना में भास्कर के 19 लाख पाठक ज्यादा हैं। मध्यप्रदेश में भी दैनिक भास्कर की बढ़त कायम है। इस बार अखबार ने यहां 76 हजार पाठक और जोड़े हैं। प्रदेश में भास्कर की रीडरशिप अब 38.06 लाख हो चुकी है। यह प्रतिस्पर्धी अखबार की तुलना में 204 फीसदी ज्यादा है।
राजस्थान में दैनिक भास्कर ने 1.13 लाख नए पाठक जोड़े हैं। अब वहां अखबार की कुल रीडरशिप 64.25 लाख हो चुकी है। जबकि नजदीकी प्रतिस्पर्धी के 60 हजार पाठक कम हुए हैं। सर्वे में चार शहरों-जयपुर, जोधपुर, कोटा और बीकानेर को शामिल किया गया। इनमें 17.11 लाख पाठकों के साथ दैनिक भास्कर की लीडरशिप पोजीशन कायम है। पंजाब में दैनिक भास्कर जालंधर, अमृतसर और लुधियाना में 4.35 लाख रीडरशिप के साथ लीडर बना हुआ है। जबकि चंडीगढ़ में 1.63 लाख पाठकों के साथ अपने प्रतिस्पर्धी से 61.3 फीसदी आगे है। दैनिक भास्कर के हरियाणा में 13.12 लाख पाठक हैं और यह अपने प्रतिस्पर्धी अखबार से 33 फीसदी आगे है।
गुजरात में दिव्य भास्कर के 35.36 लाख पाठक हैं। दिव्य भास्कर अकेला गुजराती अखबार है, जिसके अहमदाबाद में 10 लाख से ज्यादा पाठक हैं। सर्वे में शामिल किए गए शहरों में अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत, राजकोट, भावनगर और जामनगर में संयुक्त रूप से दिव्य भास्कर के 22.34 लाख पाठक हैं। 1.82 करोड़ पाठकों के साथ दैनिक भास्कर पिछले कई वषों की तरह इस बार भी देश का सबसे ज्यादा पढ़ा जाने वाला समाचार पत्र समूह बना हुआ है। 13 राज्यों और चार भाषाओं में समूह के कुल 62 संस्करण हैं। यह समूह सबसे ज्यादा भोगौलिक क्षेत्र को कवर करते हुए सर्वाधिक भारतीय आबादी की जरूरतें पूरी करता है।
समूह की सफलता वास्तव में उसके पाठकों की सफलता है। इसके लिए हम अपने पाठकों और उन सहयोगियों को धन्यवाद देते हैं, जिन्होंने यह सफलता हासिल करने में मदद की। हम गुणवत्तापूर्ण पत्रकारिता और क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए काम करने की अपनी प्रतिबद्धता पर कायम हैं। साभार : भास्कर