दैनिक जागरण का सूरजकुंड में आयोजित चार दिवसीय वार्षिक मीट के दूसरे दिन आर्थिक मसलों पर भाषणबाजी हुई. आर्थिक विकास की रफ्तार नापी गई. देश में ढांचागत सुविधाओं को बढ़ाने की बात की गई. यानी जागरण के साध्य 2011 में बस देश के तरक्की की स्पीड पर चर्चा हुई. कोई नीतिगत फैसला नहीं लिया जा सका.
दूसरे दिन के विशिष्ट अतिथि सांसद व बिहार योजना आयोग के उपाध्यक्ष एनके सिंह थे. श्री सिंह ने कहा कि देश में राजनीतिक उतार-चढ़ाव और गठबंधन की मजबूरियों के बावजूद अर्थव्यवस्था की विकास आगामी एक दशक तक आठ फीसदी से ऊपर बनी रहेगी. हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती ये है कि बढ़ती आर्थिक रफ्तार के साथ ढांचागत सुविधाओं को कैसे बढ़ाया जाय. ऊर्जा, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में हमें अभी लंबा रास्ता तय करना है. इसके लिए संसाधनों के साथ कुशल लोगों की आवश्यकता होगी.
इस दौरान जागरण के विभिन्न यूनिटों से आए लगभग तीन सौ लोग मौजूद रहे. जागरण प्रबंधन अब तक पेड न्यूज और कर्मचारी हित जैसे मसले पर चर्चा नहीं कर सका है. जो इस समय पत्रकारिता के लिए सबसे बड़े सवाल के रूप में खड़े हैं.