मुंबई के वाई. बी. चव्हाण सेंटर में पिछले दिनों हिंदी अखबार मेट्रो7डेज लांच किया गया. लांचिंग समारोह में भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी समेत कई लोग मौजूद थे. इस अवसर पर अखबार के डायरेक्टर आशुतोष श्रीवास्तव ने बताया कि अखबार के 20 हजार प्रीपेड ग्राहक हैं. 80 संगठनों के मेट्रो महिला क्लब का अखबार को समर्थन प्राप्त है.
अखबार के स्थानीय संपादक नीलकंठ पारटकर ने घोषणा की कि मेट्रो अगस्त माह से मराठी संस्करण भी लांच करेगा और अगले दो वर्षों में देश भर में मेट्रो7डेज के 11 संस्करण शुरू होंगे. उन्होंने कहा कि महानगरीय पत्रकारिता की शुरुआत करने वाला मेट्रो7डेज पहला अखबार है और वह मुंबई के हिंदी भाषियों की बुलंद आवाज बनेगा. मालाड के रोहित अरुण बजाज और रेखा पांचाल ने लोकार्पण के बाद प्रतीक अंक मेट्रो के डायरेक्टर राजेंद्र देसाई से खरीदे. चित्रलेखा ग्रुप की माधुरी कोटक भी इस अवसर पर मंच पर मौजूद थीं. आभार प्रदर्शन मेट्रो की फीचर एडिटर रेखा खान ने किया. समारोह का संचालन रजनी गुप्ता ने किया.
chaitanyabhatt
May 24, 2011 at 7:35 am
मेटो 7 डेज के शुभारंभ पर मेरी ओर से ढेरो शुभकामनायें अखबार के संपादक नीलकंठ पारटकर एक बेहतरीन सोच वाले संपादक साबित होगे उनका लम्बा अनुभव निश्चित तोर पर अखबार को उंचाईयों तक ले जाने में अपनी अहम भूमिका निभायेगा किसी महानगर पर केनद्रित यह अखबार पाठको की भी भूख को शांत करेगा इस बात की पूरी आशा ही नही भरोसा है बहुत जल्द यह अख्ाबार देश के अन्य शहरों से भी प्रकाशित होगा यह जानकर भी अच्छा लगा अख्ाबार उसके संचालको और समूचे स्टाफ को अनेकानेक शुभकामनायें
चैतन्य भटट एम0 के0 न्यूज चैनल
pankaj dubey
May 24, 2011 at 5:56 pm
मेटो 7 डेज के शुभारंभ पर मेरी ओर से ढेरो शुभकामनायें अखबार के संपादक नीलकंठ पारटकर एक बेहतरीन सोच वाले संपादक साबित होगे उनका लम्बा अनुभव निश्चित तोर पर अखबार को उंचाईयों तक ले जाने में अपनी अहम भूमिका निभायेगासमूचे स्टाफ कोशुभकामनायें
Rahul
May 25, 2011 at 10:51 am
पहले तो एक शहर (मुंबई) से अखबार निकालें…. जब यह सक्सेस हो जाए तब देश के ११ शहरों की सोचें.
rajesh
May 26, 2011 at 3:26 pm
कहते है जो गरजता है वह बरसता नहीं, मेट्रो ७ के प्रकाशन से यही देखने को मिल रहा है. अखबार बाजार में पहुचते ही फेल हो गया है. पहली बात की हर जगह उपलब्ध नहीं है. पराड़कर जी जैसे अनुभवी पत्रकार का स्टाफ चुनाव देखकर कुछ समझ में नहीं आ रहा है की वे नौसिखिये लोगो को लेकर अखबार के साथ खिलवाड़ क्यों कर रहे है?
vijay yadav
May 26, 2011 at 3:38 pm
मेट्रो 7 के डायरेक्टर आशुतोष श्रीवास्तव , राजेन्द्र देशाई , सम्पादक नीलकंठ पराड़कर, समाचार संपादक एस पी यादव, मुकेश सिंह सहित सम्पूर्ण मेट्रो 7 परिवार को हमारी ढेर सारी शुभकामनाये . उम्मीद करता हू की मेट्रो 7 मुंबईकरो की आवाज बनकर उभरेगा. –
– विजय यादव , अध्यक्ष – भारतीय पत्रकार विकास परिषद्
sanjay patil
May 30, 2011 at 3:23 pm
metro7days ek behtarin newspaper hai. Iska layout badiya hai,iske jaisi krime ki khabere kisi peper me nahi hai .Yeh paper baki pepar ki dukan jaldi band kar dega.