राष्ट्रीय सहारा, लखनऊ के न्यूज एडिटर दयाशंकर राय को राष्ट्रीय सहारा, देहरादून का प्रभार संभालने का निर्देश प्रबंधन ने दे दिया है। इस यूनिट में लंबे समय से कोई संपादक नहीं है। राजेश श्रीनेत के इस्तीफा देने के बाद से संपादकीय विभाग के तीन वरिष्ठ लोग जा चुके हैं जिसमें सुनील शाह ने अभी कल ही इस्तीफा दिया। इस हालत में सहारा प्रबंधन के पास तत्काल किसी वरिष्ठ को भेजने के अलावा कोई चारा नहीं था।
दयाशंकर राय सहारा समूह के साथ 15 वर्षों से जुड़े हुए हैं। वे प्रतिभावान, भरोसेमंद और मेहनती पत्रकारों में शुमार किए जाते हैं। इलाहाबाद में पढ़ाई-लिखाई के बाद छात्र राजनीति में सक्रिय रहे दयाशंकर अमर उजाला के साथ सात वर्षों की लंबी पारी खेल चुके हैं। वे अमर उजाला की मेरठ यूनिट की लांचिंग के दो महीने बाद इस संस्थान से जुड़े और सात वर्षों बाद इस्तीफा देकर सितंबर 1994 में राष्ट्रीय सहारा, लखनऊ ज्वाइन कर लिया। तबसे वे लखनऊ में ही हैं।
सूत्रों का कहना है कि दयाशंकर राय को देहरादून भेजे जाने का अभी कोई लिखित आदेश जारी नहीं हुआ है इसलिए यह स्पष्ट नहीं है कि उनका पद स्थानीय संपादक का होगा या फिर वे न्यूज एडिटर के ही रूप में संपादकीय प्रभारी की तरह काम देखेंगे।