राष्ट्रीय सहारा, देहरादून के संपादक बने दयाशंकर राय

राष्ट्रीय सहारा, लखनऊ के न्यूज एडिटर दयाशंकर राय को राष्ट्रीय सहारा, देहरादून का प्रभार संभालने का निर्देश प्रबंधन ने दे दिया है। इस यूनिट में लंबे समय से कोई संपादक नहीं है। राजेश श्रीनेत के इस्तीफा देने के बाद से संपादकीय विभाग के तीन वरिष्ठ लोग जा चुके हैं जिसमें सुनील शाह ने अभी कल ही इस्तीफा दिया। इस हालत में सहारा प्रबंधन के पास तत्काल किसी वरिष्ठ को भेजने के अलावा कोई चारा नहीं था।

सुनील शाह ने इस्तीफा दिया, अमर उजाला लौटेंगे

[caption id="attachment_16288" align="alignleft"]सुनील शाहसुनील शाह[/caption]राष्ट्रीय सहारा, देहरादून के समाचार संपादक सुनील शाह ने इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों के मुताबिक वे अमर उजाला में वापस लौट रहे हैं। बताया जा रहा है कि अमर उजाला प्रबंधन शशि शेखर के जाने के बाद से अपने पुराने लोगों से लगातार संपर्क में है और अब एक-एक कर उनकी घर वापसी कराई जा रही है। सुनील शाह अमर उजाला, बरेली में लंबे समय तक कार्यरत रहे हैं। वे निदेशक राजुल माहेश्वरी के करीबी लोगों में माने जाते हैं।

राष्ट्रीय सहारा, देहरादून के एनई का इस्तीफा

दीपेंद्र ने भास्कर छोड़ा : राज एक्सप्रेस से दो गए, दो आए : वेद पहुंचे भास्कर : राष्ट्रीय सहारा, देहरादून के कार्यवाहक स्थानीय संपादक रजत गुप्ता ने भी इस्तीफा दे दिया। उनके बारे में बताया जा रहा है कि उन्होंने सन्मार्ग रांची ज्वाइन किया है। रजत सहारा देहरादून में न्यूज एडिटर के रूप में कार्यरत थे। राजेश श्रीनेत के आरई पद से इस्तीफा देने के बाद रजत को संपादकीय का कामधाम देखने के लिए कह दिया गया था। इस बीच यूनिट हेड मुकेश अग्रवाल को भी जाना पड़ा। इस तरह राष्ट्रीय सहारा, देहरादून में तीन-तीन वरिष्ठों के इस्तीफे हो गए हैं लेकिन भर्ती अभी किसी पद पर नहीं हुई है।

यूनिट हेड मुकेश राष्ट्रीय सहारा से कार्यमुक्त

राष्ट्रीय सहारा, देहरादून के यूनिट हेड मुकेश अग्रवाल कार्यमुक्त हो चुके हैं। सूत्रों के अनुसार राष्ट्रीय सहारा की देहरादून यूनिट में अंदरखाने कई तरह की गड़बड़ियों की शिकायत के बाद सहारा प्रबंधन की विभिन्न जांच टीमों ने कई दौर में जांच-पड़ताल की। इन टीमों ने अपनी जांच रिपोर्ट सहारा के शीर्षस्थ नेतृत्व को सौंप दिया था। इस रिपोर्ट में सरकुलेशन और एकाउंट में गड़बड़ियां होने की बात कही गई है। मुकेश अग्रवाल पर यह भी आरोप था कि वे यूनिट हेड का जिम्मा निभाने के साथ देहरादून में अपना स्कूल भी चला रहे हैं।  सूत्रों का कहना है कि सहारा प्रबंधन किसी भी सहारा कर्मी से यह अपेक्षा नहीं करता कि वह यहां कार्य करते हुए कोई दूसरा निजी बिजनेस भी करे। कई तरह के मामलों को देखते हुए प्रबंधन ने मुकेश अग्रवाल पर इस्तीफे के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया था।

सहारा से क्यों भागते हैं मार्केटिंग मैनेजर? राजेश भी गए

राष्ट्रीय सहारा, कानपुर के मार्केटिंग इंचार्ज राजेश श्रीवास्तव ने इस संस्थान के साथ 17 वर्षों तक काम करने के बाद इस्तीफा दे दिया है। उन्हें मार्केटिंग इंचार्ज का प्रभार छह महीने पहले अनिल पांडेय के इस्तीफे के बाद दिया गया था। अनिल पांडेय ने सहारा की मैनेजरी से इस्तीफा देकर जागरण समूह के सेकेंड ब्रांड आई-नेक्स्ट ज्वाइन कर लिया था। अनिल के बाद अब राजेश ने भी इस्तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है कि राजेश श्रीवास्तव टारगेट पूरा करने के अत्यधिक दबाव से परेशान थे। वे नई पारी किसी नए लांच होने वाले टीवी न्यूज चैनल के साथ शुरू कर रहे हैं। राजेश के जाने के बाद मार्केटिंग प्रभारी का काम फिलहाल यूनिट मैनेजर अमर सिंह ने अपने हाथ में ले लिया है। राष्ट्रीय सहारा, कानपुर में छह महीने में दो मार्केटिंग मैनेजरों के इस्तीफा देने के पहले इस तरह के इस्तीफे राष्ट्रीय सहारा के लखनऊ और देहरादून आफिस में भी हो चुके हैं।

अनिल के बाद राजेश श्रीनेत को ‘सहारा प्रणाम’

राष्ट्रीय सहारा, देहरादून के स्थानीय संपादक राजेश श्रीनेत अब इस समूह के हिस्से नहीं रहे। बताया जा रहा है कि उन्होंने संस्थान को बाय बोल दिया है। पिछले दिनों उनका तबादला देहरादून से नोएडा आफिस के लिए कर दिया गया था। नोएडा में कोई खास जिम्मेदारी न दिए जाने के बाद वे लंबी छुट्टी पर चले गए थे। अब पता चला है कि उन्होंने सहारा को प्रणाम कर दिया है। राजेश से भड़ास4मीडिया ने संपर्क किया तो उन्होंने खुद के अब सहारा के साथ न होने की बात कही। भविष्य की योजना के बारे में उनका कहना था कि कई तरह की योजनाएं हैं, कुछ दिनों बाद तय कर लूंगा कि किस योजना / प्रोजेक्ट पर काम करना है। उधर, सहारा से जुड़े उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि सहारा ग्रुप में कंटेंट से जुड़े तेवरदार लोगों को आमतौर पर देर तक बर्दाश्त करने की परंपरा नहीं रही है। इस ग्रुप में शीर्ष पदों पर वही लोग टिक पाते हैं जो काम के अलावा अन्य ‘कामों’ में ज्यादा दक्ष होते हैं। पहले अनिल भास्कर और अब राजेश श्रीनेत की विदाई से यह धारणा मजबूत हुई है।

राष्ट्रीय सहारा, देहरादून के आरई का नोएडा तबादला

राष्ट्रीय सहारा में बदलाव का दौर जारी है। लखनऊ के बाद अब राष्ट्रीय सहारा, देहरादून के स्थानीय संपादक का तबादला कर दिया गया है। सहारा देहरादून यूनिट के आरई राजेश श्रीनेत अब सहारा के नोएडा मुख्यालय बुला लिए गए हैं। बताया जाता है कि उनका तबादला प्रशासनिक वजहों से किया गया है। उधर, राष्ट्रीय सहारा के लखनऊ के स्थानीय संपादक अनिल भास्कर का नोएडा तबादला किए जाने के बाद संपादकीय कामकाज देखने के लिए एडिटोरियल के दो वरिष्ठों दयाशंकर राय और मनोज तोमर के नेतृत्व में कमेटी गठित कर दी गई है। ये दोनों लोग मिलकर अखबार के रोजाना के कामकाज निपटा रहे हैं। प्रिंट लाइन में स्थानीय संपादक के रूप में अभी किसी का नाम नहीं जा रहा है।

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